पीलीभीत: होली पर बाजार में बढ़ी भीड़ तो ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई...नो एंट्री में घूम रहीं कार, कई बार लग रहा जाम

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Published By Vishal Singh
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पीलीभीत, अमृत विचार। त्योहारों के नजदीक आते ही बाजार में भीड़ बढ़ी तो शहर में यातायात व्यवस्था चरमराने लगी है।  दिन में कई बार जाम के हालात बन रहे हैं। खरीदारी करने बाजार आए लोग जाम में फंसकर परेशान हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। मुख्य मार्गों पर भी यातायात व्यवस्था बेपटरी है।  

होली में तीन दिन बाकी है और अभी तक यातायात पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर करने को प्लानिंग ही नहीं कर सकी है। आलम यह है कि बाजार में नो एंट्री होने के बाद भी चार पाहिया और ई-रिक्शा बाजार प्रवेश कर रहे हैं। जाम का कारण बन रहे हैं। गुरुवार को भी बाजार में कुछ इस तरह का ही हाल देखने को मिला। शहर के मुख्य बाजार, जेपी रोड समेत अन्य मार्गों पर त्योहार को देखते हुए खरीदारी को भीड़ जुट रही है। कहने को शहर के स्टेशन रोड से लेकर कोतवाली तक की सड़क 20 फुट चौड़ी है, लेकिन इस सड़क पर दुकानदारों ने अपनी दुकान आगे कर सड़कों को 10 फुट में ही समेट कर रख दिया है। 

शहर के मुख्य बाजार स्टेशन रोड, ड्रमंडगंज चौराहा, जेपी रोड, चौक बाजार, चावला चौराहा, गैस चौराहा, छिपियान मस्जिद और नींबू मंडी बाजार में लंबे समय से अतिक्रमण जाम का सबब बना हुआ है। इसके अलावा होली को लेकर रंग गुलाल आदि की दुकानें भी सज चुकी हैं। बाकी रह बची कसर ई-रिक्शा के बेतरतीब संचालन को लेकर पूरी हो गई। लोग बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे हैं। मगर खरीदारी करने से पहले उन्हें जाम का सामना करना पड़ रहा है। 

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सीन एक: गैस चौराहा
रेलवे स्टेशन रोड का मुख्य गैस चौराहा बाजार से सटा है। बाजार में जाम की दिक्कत न हो, इसके लिए यहां से नो एंट्री लागू है। साथ ही होमगार्ड की ड्यूटी भी लगाई गई है। ताकि नियमों का पालन हो सके। मगर ऐसा नहीं हो रहा है। नो एंट्री होने के बाद भी कार सवार बेधड़क -बेरोकटोक बाजार में प्रवेश करते रहे। जिसके बाद भीड़ में पहुंचते ही जाम लग गया। यह सिलसिला में दिन में कई बार चला। हालांकि कागजों में जिम्मेदार सब कुछ दुरुस्त बता रहे हैं। ई-रिक्शा भी पीछे नहीं रहे। गली नुक्कड़ से होते हुए बाजार में दाखिल होते रहे।

सीन दो: जेपी रोड
शहर के जेपी रोड का हाल भी बेहतर नहीं था।  इस मार्ग पर बर्तन, कपड़े आदि की दुकानें अधिक हैं। होली के पर्व पर इस रुट पर ग्रामीण क्षेत्र की बाजार अधिक रहता है। जाम से निपटने के लिए दोनों तरफ भी नो एंट्री प्वाइंट है, जहां पर मोबाइल वैरियर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से लगाए गए हैं। उसके बावजूद यहां पर बेतरतीब तरीके से वाहनों की पार्किंग रही। इसके अलावा नो एंट्री होने के बाद भी कार और बड़े वाहन घुसते मिले। जबकि कई बार बैठकों में इसे लेकर सख्ती करने की मांग भी की जा चुकी है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।

100 से अधिक स्टाफ, फिर आठ प्वाइंटों की नहीं हो पा रही निगाहें बानी
शहर का बाजार मात्र दो किलोमीटर के दायरे में सिमटकर रह जाता है। शहर की बाजार में एंट्री करने के लिए प्रमुख रुप से गैस चौराहा, चावला चौराहा, छिपियान मस्जिद, ड्रमंडगंज चौराहा, बरेली दरवाजा, सुनहरी मस्जिद, जमीन चौराहा, रंगीला चौराहा निर्धारित है, जोकि शहर के बाजार से जोड़ते हैं। ट्रैफिक पुलिस की ओर से इन चौराहों पर नो एंट्री लागू की गई है। वर्तमान में ट्रैफिक पुलिस के पास 100 से अधिक स्टाफ है। जिसमें  25 होमगार्ड, 34 पीआरडी जवान, 20 हेड कांस्टेबल और 21 सिपाही तैनात है। जिनके ऊपर एक टीएसई भी है। आठ प्वाइंटों पर फिर भी जिम्मेदार सख्ती नहीं कर पा रहे हैं।

होली के पर्व को लेकर बाजार में ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है।  प्रत्येक चौराहा पर सिपाही और होमगार्ड और पीआरडी के जवानों की प्रतिदिन ड्यूटी लगाई जा रही है। बाजार में ई-रिक्शा और कार आदि  पर प्रतिबंध है। अगर ऐसा हो रहा है तो सख्ती की जाएगी। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी- राघवेंद्र सिंह चौहान, टीएसआई।

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