शाहजहांपुर: 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते बंडा थाने का दरोगा गिरफ्तार
शाहजहांपुर,अमृत विचार। एंटी करप्शन टीम ने बंडा थाना परिसर के सरकारी आवास में दस हजार रुपये रिश्वत लेते समय एक दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने सदर बाजार थाना में दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और इसके बाद दरोगा को बरेली ले गई।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि दरोगा ने उसे अवैध शराब के केस में धारा बढ़ाकर जेल भेजने की धमकी दी थी और दस हजार रुपये मांगे थे। बंडा थाने की पुलिस ने दो मार्च को दोपहर ढाई बजे सत्यपाल सिंह निवासी गांव भांभी को दस लीटर कच्ची शराब समेत नहर की पुलिया के पास से गिरफ्तार किया था।
सिपाही विक्रम सिंह ने उसके खिलाफ दफा 60 का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी सत्यपाल का चालान कर दिया था। इस घटना की विवेचना उप निरीक्षक नरेंद्र कुमार शर्मा कर रहे थे। पीड़ित का आरोप है कि दरोगा ने उसे धमकी दी कि अगर वह दस हजार रुपये नहीं देगा तो केस में धारा बढ़ाकर सत्यपाल को जेल भेज दिया जाएगा।
जिस पर सत्यपाल ने बरेली एंटी करप्शन से शिकायत की। टीम के प्रभारी प्रवीण कुमार सन्याल ने पीड़ित सत्यपाल को फोन करके बताया कि शुक्रवार को बंडा पहुंच रहे हैं। टीम शाम सात बजे बंडा थाने से काफी दूर खड़ी रही और पीड़ित को दस हजार रुपये दरोगा को रिश्वत देने के लिए दिए गए।
घटना के समय दरोगा नरेंद्र कुमार शर्मा थाना परिसर में सरकारी आवास में थे। पीड़ित ने सरकारी आवास में जाकर आरोपित दरोगा को रिश्वत के रूप में दस हजार दिए तो तुरंत टीम पहुंच गई और दरोगा को पकड़ लिया। उसके हाथ पानी में डाले गए तो लाल हो गए।
टीम प्रभारी आरोपित दरोगा को लेकर सदर बाजार थाने पर आए और दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया। टीम दरोगा को अपने साथ बरेली ले गई है। टीम में निरीक्षक सुनील कुमार आदि थे।
एंटी करप्शन टीम की थाने में पुलिस से हुई नोकझोंक
एंटी करप्शन टीम के करीब सात लोग दरोगा के सरकारी आवास में पहुंचे और रिश्वत के आरोप में दरोगा को बाहर लाए तो थाने में हड़कंप मच गया। इधर, थाने के प्रभारी निरीक्षक व उपनिरीक्षकों ने टीम से जानकारी की। इस दौरान टीम से नोकझोक हो गई। पुलिस का कहना था कि हम लोगों मामले की जानकारी पहले क्यो नहीं दी गई। वहीं टीम के प्रभारी ने कहा कि इस तरह के मामले की पहले से कोई जानकारी नहीं दी जाती है।
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