देश-विदेश में बासमती चावल से भी पहचाना जाएगा मुरादाबाद

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Published By Bhawna
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बासमती चावल को पैदा करने वाले किसान जल्द बनेंगे जीआई अधिकृत उपयोगकर्ता, बासमती चावल का होगा निर्यात किसान और कारोबारियों मिलेंगे अच्छे दाम

मुरादाबाद, अमृत विचार। पीतलनगरी के नाम से पहचाना जाने वाला मुरादाबाद अब यहां के बासमती चावल से भी जाना पहचाना जाएगा। यहां के बासमती चावल को भौगोलिक पहचान (जीआई टैग) मिलने के बाद चावल निर्यात की कवायद शुरू कर दी गई है।

जिला कृषि विपणन अधिकारी ने बताया की जीआई टैग मिलने के बाद जिला कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार निदेशालय के निर्देश पर जिले में बासमती चावल का उत्पादन करने वाले किसानों के नाम 30 भेजे गए हैं। जिनको अधिकृत उपयोगकर्ता बनाने की प्रक्रिया में उनके आवेदन शीघ्र ही शासन की प्रक्रिया के अनुसार चेन्नई कार्यालय को भेजने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही चावल की निर्यात के लिए औपचारिकता पूरी की जाएगी।

शनिवार को आशीष कुमार गुप्ता ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक ने बताया कि जीआई टैग पंजीकृत बासमती चावल के लिए उत्तर प्रदेश के 30 जनपद चयनित किए थे। जिसमें मुरादाबाद से बासमती चावल को जीआई टैग प्राप्त है। इसके जनपद में जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में जिला कलस्टर सुविधा इकाई समिति गठित की गई है। जिसमें बासमती चावल के निर्यात के लिए गठित जिला क्लस्टर सुविधा इकाई के सदस्यों के साथ साथ जीआई एक्सपर्ट के रूप में पदम् डॉ. रजनीकांत द्विवेदी एवं मंडी समिति के सचिव भी बतौर सदस्य नामित हैं।

प्रदेश में कृषि एवं प्रसंस्कृरित कृषि उत्पादों का जीआई के संबंध में कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार विभाग उत्तर प्रदेश शासन नोडल विभाग तथा कृषि विपणन, कृषि विदेश निदेशालय उत्तर प्रदेश नोडल एजेंसी के रूप में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि निदेशालय द्वारा जनपद से पंजीकृत कृषि उत्पादों के अधिक से अधिक अधिकृत उपयोगकर्ता बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। इसमें जनपद मुरादाबाद से 25-30 बासमती चावल का उत्पादन करने वालों को सूचीबद्ध कर लिया है। जिनको अधिकृत उपयोगकर्ता बनाने की प्रक्रिया की जा रही है। जिनके आवेदन शीघ्र ही चेन्नई कार्यालय भेजे जाएंगे।

उन्होंने बताया कि बासमती चावल से जुड़े उत्पादक, निर्यातक एवं विक्रेता इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं। बासमती चावल के निर्यात से किसान और कारोबारी व राइस मिल स्वमियों को निर्यात करने पर चावल के अच्छे दाम मिल सकेंगे। इसके साथ चावल की खपत भी बढ़ जाएगी। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक मुरादाबाद से संपर्क किया जा सकता है।

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