हल्द्वानी: नबी रजा खां की मौत से जुड़े राज खोलेगी साफिया, कंपनी बाग कैसे बना मलिक का बगीचा...

हल्द्वानी: नबी रजा खां की मौत से जुड़े राज खोलेगी साफिया,  कंपनी बाग कैसे बना मलिक का बगीचा...

हल्द्वानी, अमृत विचार। कंपनी बाग (मलिक का बगीचा) से जुड़े मामले में नामजद साफिया मलिक जेल में है। पुलिस साफिया को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। सवालों की सूची तैयार कर ली है और कई सवालों में से एक सवाल नबी रजा खां की मौत से भी जुड़ा है। 

बता दें कि अंग्रेजों ने कंपनी बाग को नबी रजा खां को लीज पर दिया था। नगर निगम की ओर से दर्ज मुकदमे में लिखा है कि वर्ष 1988 में नबी रजा खां की मौत गई थी। मौत के बाद नबी के नाम से नगर निगम और जिलाधिकारी से लेकर कोर्ट तक अब्दुल मलिक और उसकी पत्नी साफिया मलिक पैरवी करते रहे। नबी रजा खां के मरने के बाद उसके नाम से कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया। आरोपियों ने कंपनी बाग में लगे पेड़ उजाड़ दिए और जमीन को 10 रुपये से लेकर 100 रुपये के स्टांप में बेच दिया। 

साफिया मलिक के साथ सईदा बेगम पत्नी नबी रजा खां, सलीम रजा खां पुत्र नबी रजा खां, अख्तरी बेगम पत्नी नन्हें खां ने वर्ष 1991 में अध्यक्ष नगर पालिका परिषद हल्द्वानी में एक शपथ पत्र दिया था। उसमें लिखा था कि नबी रजा खां की मृत्यु तीन अक्तूबर 1988 को हो गई थी। हालांकि न तो नबी की मृत्यु का प्रमाण पत्र है और न ही ये पता है कि उन्हें कहां दफनाया गया।  

मामले में अब्दुल मलिक और साफिया मलिक समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अब्दुल मलिक और साफिया जेल में हैं। पुलिस साफिया को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। जिसके बाद नबी की मौत समेत अन्य कई राज से पर्दा उठेगा। अब्दुल मलिक से भी मामले में पूछताछ हो सकती है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि मामले की जांच को आगे बढ़ाया गया है। जल्द ही कई राज से पर्दा उठेगा। मामले में शामिल किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा।