काशीपुर: चैती मेले के नखासा बाजार में दूषित पानी पीने को मजबूर घोड़े

काशीपुर: चैती मेले के नखासा बाजार में दूषित पानी पीने को मजबूर घोड़े

काशीपुर, अमृत विचार। ऐतिहासिक चैती मेले का आकर्षण का केंद्र नखासा बाजार में घोड़े व उनके मालिकों के सामने पानी की दिक्कत खड़ी हो गई है। स्थिति यह है कि व्यापारी यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों से घोड़े लेकर तो पहुंच रहे हैं लेकिन घोड़ों के लिए शुद्ध पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई है।

इससे जानवर के बीमार होने की आशंका है। चैती मेले में नखासा बाजार सजने लगा है। करीब विभिन्न नस्ल के 200 घोड़े बाजार में पहुंच गए हैं। घोड़ों को लेकर बाजार में पहुंचे वाले व्यापारियों का कहना है कि हर साल चैती मेले में आते हैं। यहां पर लाखों का कारोबार होता है।

बाजार की व्यवस्था देख रहे लोग भी उनसे शुल्क लेते हैं। घोड़े खरीदने के लिए मेरठ, दिल्ली, हल्द्वानी और बरेली से लोग आते हैं। बताया कि घोड़ों की भोजन की व्यवस्था तो खुद कर लेते हैं, लेकिन पानी की व्यवस्था ठीक नहीं होने से दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में घोड़ों को बगल से बह रही नहर से पानी पिलाया जा रहा है।

घोड़ा भी गंदा पानी देखकर पीने से बच रहा है। गर्मी बढ़ रही है। घोड़ों को पीने के पानी की अधिक जरूरत है। बताया कि नहर के आस-पास दर्जनों घर हैं। घरों का गंदा पानी भी नहर में जा रहा है। दूषित पानी से घोड़ों की तबियत खराब हो सकती है। एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने बताया कि नखासा बाजार निजी भूमि पर लगता है। घोड़ों के स्वास्थ्य को देखने के लिए पशु चिकित्सक की तैनाती की जाती है। पानी की व्यवस्था को जल्द ठीक कराया जाएगा।

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