Kanpur Crime: संदिग्ध परिस्थितयों में महिला के लगी गोली...मौत, पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में संदिग्ध परिस्थितयों में गोली लगने से महिला की मौत हो गई

कानपुर, अमृत विचार। सीसामऊ थानाक्षेत्र में सोमवार सुबह चंद्रनगर स्थित बद्री का हाता में संदिग्ध परिस्थितियों में घर में तमंचे से गोली चलने से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।

आनन-फानन परिजन उसे लेकर हैलट पहुंचे, जहां उसके सरिया लगने की बात कही गई। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया तो उन उनको गोली लगने की आशंका हुई जिस पर पुलिस को सूचना दे दी गई। इस दौरान महिला ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के मायके से एक तमंचा और खाली कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने मृतका के भाई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

पुलिस का कहना है, कि टाल के ऊपर लोड तमंचा रखा था, जो महिला के पकड़ने पर उससे फायर हो गया और महिला की मौत हो गई। सूचना पर डीसीपी, एसीपी और तीन थानों का फोर्स फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की।  

जवाहर नगर निवासी संजय यादव प्राइवेट कर्मी हैं। वह 32 वर्षीय पत्नी मनीषा, बेटे आकृतिक और बेटी ऋतिका के साथ रहता है। उसका मकान जर्जर हो जाने के कारण वह अपनी जवाहर नगर स्थित ससुराल में परिवार के साथ शिफ्ट हो रहा था। दो दिन से जवाहर नगर से सामान लाकर मनीषा के मायके चंद्रनगर में रखा जा रहा था।

सोमवार सुबह करीब दस बजे सामान रखने के लिए मृतका की छोटी बहन काजल कमरे की टाल में रखी चीजे हटाकर नीचे खड़ी मनीषा को पकड़ा रही थी। इस दौरान काजल ने एक बैग मनीषा को पकड़ाया। मनीषा ने जैसे ही बैग पकड़ा तभी फायर हो गया और गोली मनीषा के पेट के नीचे जा घुसी।

मनीषा को खून से लथपथ देख परिजनों के होश उड़ गए। इस दौरान आस पड़ोस में रह रहे लोगों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन पति संजय यादव साले विशाल के साथ मनीषा को लेकर हैलट अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में विशाल और संजय ने मनीषा के पेट में सरिया लग जाने की बात डॉक्टरों को बताई।

डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया तो उन्हें मनीषा के गोली लगने की आशंका हुई। इस पर डॉक्टरों ने गहनता से जांच की तो गोली लगने की पुष्टि हो गई। इस दौरान मनीषा ने खून का रिसाव ज्यादा होने के कारण दम तोड़ दिया। मामला संदिग्ध जान अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जानकारी पुलिस को दे दी।

सूचना पर स्वरूपनगर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला सीसामऊ का जान वहां सूचना दी। महिला को गोली लगने क़ी सूचना पर डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम, एसीपी श्वेता कुमारी, सीसामऊ, चमनगंज और बजरिया का फोर्स मौके पर पहुंचा। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल के साक्ष्य एकत्र किए। 

गोली लगने की बात से इंकार किया, सख्ती किया तो टूट गया 

अस्पताल में परिजनों ने गोली लगने की बात से साफ इंकार कर दिया। लेकिन पुलिस के सख्ती करने पर वह टूट गए और गोली लगने की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने मनीषा के भाई विशाल को हिरासत में ले लिया और उसके घर छानबीन करने पहुंची।

पुलिस को घटनास्थल वाले कमरे से एक तमंचा और खाली कारतूस बरामद हो गया। पुलिस ने घर में मौजूद परिजनों से पूछताछ की तो उन लोगों ने पहले बरगलाने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती करने पर बताया कि बैग खोलकर देखते समय मनीषा के हाथ से ही फायर हो गया।

तमंचा किसका है और कौन लाया, इस मामले में परिजन चुप्पी साध गए। पुलिस ने मनीषा के पिता को भी हिरासत में ले लिया। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि तमंचा घर में पहले से ही रखा हुआ था। कमरे की साफ-सफाई के दौरान मनीषा के हाथ तमंचा लग गया और उससे फायर हो गया। गोली मनीषा के पेट में लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

परिजनों द्वारा अस्पताल में डॉक्टरों को गलत जानकारी देना, उन्हें संदिग्ध बना रहा है। फिलहाल परिजनों से पूछताछ की जा रही है, यह हादसा है, कि हत्या इसका पता लगाने के साथ ही तमंचा कौन और किस उद्देश्य से लाया था, इसकी भी छानबीन की जा रही है।

मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने बताया कि मनीषा के दो भाई मनीष, विशाल और बहन काजल हैं। उसका भाई मनीष पैरों से दिव्यांग है। मां निर्मला की मौत के बाद से मनीषा दिव्यांग भाई की देखरेख करती थी। 

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