Kannauj: प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी बोले- आंगनबाड़ी व सहायिकाओं को बेवजह बुलाया तो सीडीपीओ देंगे खर्च

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कन्नौज, अमृत विचार। आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिकाएं कम मानदेय पर काम करतीं हैं। इसके अलावा दूसरे विभागों के कार्यों व योजनाओं में भी समय देतीं हैं। ब्लॉक स्तरीय परियोजनाओं पर आए दिन कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को बुलाया जाता है। इससे उनको आर्थिक नुकसान पहुंचता है। प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी ने इस पर रोक लगा दी है। 

प्रभारी डीपीओ राजेश वर्मा ने सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी व मुख्य सेविका को भी चिट्ठी भेजी है। इसमें कहा है कि कठिन परिश्रम से कार्यकत्री व सहायिकाएं अपने व अन्य विभागों के कार्य करतीं हैं। उच्च स्तर, जनसूचना, जनसुनवाई आदि के जरिए आने वाली शिकायतों के निस्तारण को लेकर कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को अनावश्यक रूप से कई बार परियोजना कार्यालय पर बुलाया जाता है। 

प्रभारी डीपीओ ने बताया कि कम मानदेय पर काम करने वाली कार्यकत्रियों को इससे दिक्कतें आती हैं। आर्थिक नुकसान भी होता है। प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी ने आदेश जारी किया है कि आवश्यक कार्यों व सेक्टर बैठक के अलावा परियोजना कार्यालय में कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को न बुलाया जाए। अगर गैर जरूरी कार्य से बुलाया गया तो आने-जाने का खर्च सीडीपीओ व मुख्य सेविका के वेतन से देना होगा। 

आंगनबाड़ी की समस्याओं को हर महीने होगी बैठक

प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिकाओं को लेकर आम जनता उच्चाधिकारियों से शिकायतें करते हैं। उन्होंने बताया कि इसको देखते हुए हर महीने की 25 से 30 तारीख तक परियोजनावार कार्यकत्रियों व सहायिकाओं की बैठक होगी। उनकी समस्याओं का संज्ञान लिया जाएगा। मौके पर ही निस्तारण के प्रयास होंगे। इसके अलावा भी अगर कार्यकत्री या सहायिका को कोई दिक्कत होती है तो उनके मोबाइल नंबर 6387955115 पर सुबह 10 से शाम पांच बजे तक समस्या बताई जा सकती है।

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