Exclusive: एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए जमीन का ‘अल्ट्रासाउंड’ शुरू, वाहनों का लोड और दूरी का हो रहा सर्वे

Exclusive: एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए जमीन का ‘अल्ट्रासाउंड’ शुरू, वाहनों का लोड और दूरी का हो रहा सर्वे

अभिनव मिश्रा, अमृत विचार। रामादेवी से गोल चौराहे तक प्रस्तावित 10.85 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड निर्माण में सर्वे के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। रामादेवी, टाटमिल चौराहे पर एक्सल लोड सर्वे, ग्राउंड पेनिट्रेशन रडार (जीपीआर) सर्वे, ओरिजिन डेस्टीनेशन सर्वे (ओडी) कराया जा रहा है। जिससे जीटी रोड पर गुजरने वाले वाहनों का लोड, रोड के भीतर 10 मीटर तक क्या-क्या मौजूद है, का पता चल सकेगा।

अनवरगंज से मंधना तक शहर के बीचो-बीच सेनिकली 18 रेलवे क्रॉसिंग के कारण शहरवासियों को जीटी रोड पर भारी जाम से जूझना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए रामादेवी से गोल चौराहे तक 10.85 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड निर्माण की योजना तैयार की गई है। जिसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए एनएच पीडब्ल्यूडी ने हैदराबाद की हेक्सा कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी है। 

14 फरवरी को पहली बार शहर आकर कंसल्टेंट कंपनी हेक्सा न एलिवेटेड रोड का निर्माण का सर्वेक्षण किया था। अब रामादेवी चौराहे पर टीम जीपीआर सर्वे कर रही है, जो जमीन का ‘अल्ट्रासाउंड’ कहा जा सकता है। जीपीआर सर्वे के माध्यम से जमीन के 10 मीटर भीतर तक की रिपोर्ट मिलेगी। अधिकारियों के मुताबिक सर्वे के माध्यम से जमीन के अंदर पड़ी केबल, सीवर लाइन, वाटर लाइन, बड़े-बड़े नाले स्कैन किया जाता है।जिससे निर्माण के दौरान कोई बाधा सामने न आए।

कंसल्टेंट टीम ओडी, एक्सेल व जीपीआर सर्वे का काम कर रही है। जल्द ही टीम रिपोर्ट सौंप देगी। इसके बाद आगे का काम होगा। -अरुण कुमार जयंत, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, एनएच

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