भाजपा-आरएसएस की सोच है, महिलाएं दोयम दर्जे की नागरिक बनी रहें: राहुल गांधी

भाजपा-आरएसएस की सोच है, महिलाएं दोयम दर्जे की नागरिक बनी रहें: राहुल गांधी

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सोच यह है कि महिलाएं दोयम दर्जे की नागरिक बनी रहें।

उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार उदित राज के समर्थन में मंगोलपुरी इलाके में एक चुनावी कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक को बहुत धूमधाम से पारित किया, लेकिन बाद में उसने कहा कि यह 10 साल बाद लागू होगा।

इससे पहले उन्होंने उत्तर-पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा को देश के संविधान एवं आरक्षण को खत्म करने का सपना देखना छोड़ देना चाहिए, क्योंकि उनकी पार्टी और देश के करोड़ों लोग ऐसा नहीं होने देंगे।

उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि यह चुनाव संविधान बचाने का चुनाव है। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के प्रचार के आखिरी दिन राहुल गांधी ने मेट्रो की सवारी भी की और लोगों से बातचीत की। राहुल गांधी ने मंगोलपुरी के कार्यक्रम में भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आरएसएस में महिलाओं को (अपने संगठन में) लेते ही नहीं है, महिला अंदर ही नहीं जा सकती है।

इनकी सोच में यह समाया हुआ है कि महिलाओं को दोयम दर्जे का नागरिक रखना है।’’ उनका कहना था, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने धूमधाम से महिला आरक्षण विधेयक पारित करवाया और फिर कहा कि इसे 10 साल बाद लागू करेंगे। लेकिन कांग्रेस की गारंटी है- हम महिलाओं को लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा में तुरंत आरक्षण देंगे। इसके साथ ही केंद्र की सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।

कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक महिलाओं को भागीदारी नहीं मिलेगी, ये देश प्रगति नहीं कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा, ‘‘आज गरीब परिवार के लोगों को ठेकेदारी प्रथा पर लगाया जा रहा है। जिनमें अधिकतर लोग दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग से आते हैं।

इसलिए कांग्रेस ने गारंटी दी है- हम सरकारी नौकरी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में ठेकेदारी प्रथा बंद कर देंगे।’’ कन्हैया कुमार के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा में राहुल गांधी ने यह भी कहा कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर सेना में भर्ती की ‘अग्निपथ’ योजना को खत्म कर दिया जाएगा, क्योंकि यह सेना के खिलाफ है। उनका कहना था, ‘‘अग्निपथ योजना को हम कूड़ेदान में फेंकने वाले हैं, क्योंकि यह सेना के खिलाफ है, देशभक्ति के खिलाफ है।

एक सैनिक को शहीद का दर्जा मिलेगा, पेंशन मिलेगी, लेकिन ‘अग्निवीर’ को न शहीद का दर्जा मिलेगा, न ही पेंशन मिलेगी और न ही सामाजिक सुरक्षा मिलेगी।’’ उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था का इंजन बंद कर दिया, लेकिन जब ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनेगी तो गरीबों एवं युवाओं को आर्थिक मदद देकर इस इंजन को फिर से चालू किया जाएगा।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘इनके (भाजपा) नेताओं ने खुलकर कहा है कि संविधान को बदल देंगे... मैं भाजपा और आरएसएस के लोगों से कहना चाहता हूं कि आप सपने मत देखिए, ये आपके बस की बात नहीं है, आप ऐसा नहीं कर सकते। आपके सामने हिंदुस्तान के करोड़ों लोग खड़े हैं, कांग्रेस पार्टी खड़ी है।

अगर आप लोगों ने संविधान बदलने की कोशिश की तो देखना क्या होता है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘संविधान से आरक्षण आया है...ये लोग आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। हम आरक्षण को मिटने नहीं देंगे।’’ राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा,

‘‘देश के प्रधानमंत्री साक्षात्कार में खुलकर कहते हैं कि मैं बायोलॉजिकल (जैविक) नहीं हूं, मुझे परमात्मा ने मिशन के लिए भेजा है...जिसे परमात्मा ने भेजा उसने कोविड के समय लोगों से कहा कि ‘थाली बजाओ’।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘जैसी बातें प्रधानमंत्री आजकल कर रहे हैं, वैसी बातें कोई आम व्यक्ति करे तो आप उसे सीधा मनोचिकित्सक के पास लेकर जाएंगे।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के साथ ही केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े 30 लाख पदों को भरने का काम करेगी। राहुल गांधी ने युवाओं और महिलाओं के लिए कांग्रेस की ओर से किए गए चुनावी वादों का उल्लेख किया और कहा कि सरकार बनते ही लोगों के खातों में ‘खटाखट, खटाखट’ पैसे डाले जाएंगे।

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