नरेंद्र मोदी के भाषणों ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई: शरद पवार

नरेंद्र मोदी के भाषणों ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई: शरद पवार

मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि इस चुनाव में विपक्ष के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण चिंता का विषय हैं। 

पवार ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र में पानी की भारी किल्लत से जूझ रहे इलाकों में राहत कार्य तेज करने के लिए निर्वाचन आयोग से आदर्श आचार संहिता में ढील देने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति सरकार की अपील का स्वागत किया। पवार ने कहा, ''प्रधानमंत्री का पद एक संस्था है। 

मोदी एक बहुत महत्वपूर्ण पद पर आसीन हैं। लेकिन चुनावी रैलियों में वह क्या बोल रहे हैं, इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।'' हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी को लेकर पूछे गये एक सवाल पर 83 वर्षीय राजनेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। मोदी ने हिमाचल में रैली के दौरान दावा किया कि जब-जब कांग्रेस सत्ता में रही तब-तब भारत में सबसे कमजोर सरकारें रहीं। 

मोदी ने रैली में कहा, ''उस वक्त पाकिस्तान हमारे सिर पर चढ़कर नाचता था। कांग्रेस की कमजोर सरकारें दुनियाभर में मदद की गुहार लगाती थीं। लेकिन अब भारत अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा।'' पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी भाषण चिंता का विषय हैं। राकांपा-एसपी प्रमुख पवार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 'भाजपा के 310 पार होने' का दावा निराधार है। 

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के सात चरण में से दो चरण अभी भी बचे हैं। उन्होंने कहा, ''जिम्मेदार लोगों को किसी आधार पर बोलना चाहिए। हम इस तरह के बयान स्वीकार नहीं करते।'' विपक्ष के वरिष्ठ नेता ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए आदर्श आचार संहिता में ढील देने की राज्य सरकार के रुख का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ''इसमें कोई राजनीति नहीं है। हम सरकार के साथ सहयोग करेंगे क्योंकि महाराष्ट्र में चुनाव खत्म होने के बाद उन्होंने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर सही रुख अपनाया है।'' 

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