पीलीभीत: बिजली के तारों की ऊंचाई मिली ठीक, ट्रॉली का एंगिल निकला हादसे का कारण...जायरीनों की ट्रैक्टर ट्रॉली में करंट उतरने का मामला

पीलीभीत: बिजली के तारों की ऊंचाई मिली ठीक, ट्रॉली का एंगिल निकला हादसे का कारण...जायरीनों की ट्रैक्टर ट्रॉली में करंट उतरने का मामला

पीलीभीत/मझोला, अमृत विचार। जायरीनों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली में करंट उतरने के मामले में दूसरे दिन पावर कॉरपोरेशन की टीम मौके पर पहुंची। तारों और बिजली के पोलों की स्थिति भांपने के साथ ही हादसे को लेकर स्थानीय लोगों से  संपर्क किया। 

हादसे की सूचना मिलने पर पहुंची बिरहनी चौकी की पुलिस से भी संपर्क कर जानकारी की गई।  हालांकि इस दौरान तारों के नीचा होने से हादसा होने से टीम भी इनकार करती रही। ट्रॉली के एंगिल ऊंचे होने को ही वजह माना जाता रहा।

हादसा शुक्रवार दोपहर को हुआ था। अमरिया थाना क्षेत्र के भरा पचपेड़ा गांव स्थित दादा मियां की मजार पर चल रहे उर्स में शामिल होने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर करीब 50 से अधिक जायरीन ग्राम रसूला फरदिया और बरा मझलिया जा रहे थे। भूड़ा कैमोर गांव के पास पहुंचते ही एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित हो गई और तारों की चपेट में आकर करंट दौड़ गया था। जिसके बाद 20 से अधिक जायरीन झुलस गए थे। घायलों का कहना था कि झूलते तारों की वजह से हादसा हुआ। 

इस मामले में दूसरे दिन शनिवार को पीलीभीत से पावर कॉरपोरेशन की टीम जांच के लिए पहुंची। विद्युत सुरक्षा अधिकारी रतन कुमार शाक्य, सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा निदेशालय आकाशदीप गंगवार टीम के साथ पहले हादसास्थल पर गए। वहां पर काफी देर तक टीम रूकी और तारों की पड़ताल करती रही। तारों की ऊंचाई, बिजली के पोलों के बीच की दूरी को भी मापा। इसके बाद ग्रामीणों और बिरहनी चौकी पुलिस से जाकर वार्ता की।

हादसे से लेकर रेस्क्यू तक की विस्तार से जानकारी की गई। इसके बाद टीम लौट गई।  टीम ने अधिक जानकारी तो साझा नहीं की लेकिन तारों के नीचे होने से हादसा होने की बात को गलत बताया। ट्रॉली के एंगिल ऊंचे होने और उस पर खड़े होकर सफर करने को टीमने भी अभी फिलहाल हादसे की वजह माना है।  इस दौरान ये भी चेक किया गया कि इन तारों में कितना करंट दौड़ रहा है।

..तो जिस जगह से ट्रैक्टर ट्रॉली निकाली वो रास्ता नहीं
पावर कॉरपोरेशन की टीम ने काफी देर तक चली पड़ताल के दौरान ग्रामीणों से जानकारी की थी। इसमें कुछ लोगों ने बाइक सवार को बचाने के चक्कर में हादसा होना बताया।  ये भी कहा कि जिस जगह से जायरीनों की ट्राली ले जाई जा रही थी। वह कोई रास्ता नहीं है। ट्रैक्टर ट्रॉली खेतों के रास्ते नदी से होकर लाई गई थी।

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