सीएमओ के निरीक्षण में आरोग्य मंदिर से एलए रहे नदारद, स्टाफ बोला... 

फर्जी केस आईडी बनाकर 102 एंबुलेंस से बिना ईएमटी के आशा ले जा रही थी ड्रॉप बैक केस

सीएमओ के निरीक्षण में आरोग्य मंदिर से एलए रहे नदारद, स्टाफ बोला... 

अमेठी, अमृत विचार। रविवार को पीएचसी जायस में चल  रहे आरोग्य मंदिर का सीएमओ ने औचक निरीक्षण किया। सीएमओ के निरीक्षण में एलए नदारद रहे। वहीं 102 एंबुलेंस से आशा द्वारा ले जा रहे ड्रॉप बैक केस का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि केस का कोई अभिलेख आशा के पास मौजूद नहीं है। एंबुलेंस को बिना ईएमटी के चालक ले जा रहा था। सीएमओ ने प्रोजेक्ट मैनेजर से स्पष्टीकरण मांगा है। 

सीएमओ के निरीक्षण में एलए नदारद रहे। वहां पर मौजूद स्टाफ ने बताया कि एलए तीन दिन से बिना कारण बताए अनुपस्थित चल रहे हैं। निरीक्षण के दौरान आरोग्य मंदिर में होम्योपैथिक के 15 मरीज, एलोपैथिक के 10 मरीजों का इलाज किया गया था। वहीं 12 मरीजों की जांच भी की गई थी। एंबुलेंस में हो रहे फर्जीवाड़े की शिकायत पर ड्रॉप बैक का केस ले जा रही 102 एंबुलेंस वाहन संख्या यूपी 32 इजी 6606 को सीएमओ डा. अंशुमान सिंह ने रोककर चेक किया। एंबुलेंस के निरीक्षण के दौरान सीएमओ ने पाया कि शाहगढ़ कि आशा संगीता उसमें मौजूद थी। केस के कागजात मांगने पर आशा दिखा नहीं सकी। आशा की सेटिंग पर एंबुलेंस को बिना ईएमटी के चालक विजय कुमार लेकर जा रहा था। जबकि नियमतः बिना ईएमटी के एंबुलेंस को चालक किसी केस पर कहीं ले नहीं जा सकता। 

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अंदर खाने की बात करें तो सबसे ज्यादा घोटाला 102 एंबुलेंस में ही हो रहा है। आशा और एंबुलेंस चालक की सेटिंग के चलते सरकार को जमकर चुना लगाया जा रहा है। एंबुलेंस स्टाफ से आशाओं की गहरी पैठ बना हुई है। आशाओं को बाजार जाना हो या फिर रिश्तेदारी, उनके लिए 102 एंबुलेंस तैयार खड़ी रहती है। 102 स्टाफ और आशाओं के तालमेल से 102 पर फोन कर फर्जी केस आईडी असाइन करा ली जाती है और फिर उसी केस आईडी पर आशा अपना बाजारू काम या फिर अन्य जरूरतों का कामकाज निपटा लेती है। इससे उनका ट्रांसपोर्ट का खर्च बच जाता है। 

वर्जन-
बिना ईएमटी के आशा के साथ चालक विजय कुमार ड्रॉप केस लेकर जा रहा था, आशा के पास ड्रॉप बैक केस के कोई कागजात नहीं पाए गए, 102 एंबुलेंस का एसी भी नही चल रहा था, बिना ईएमटी के चालक एंबुलेंस लेकर कैसे ड्रॉप बैक केस पर जा रहा था, इसका प्रोजेक्ट मैनेजर से स्पष्टीकरण मांगा गया है, संतोषजनक उत्तर न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। -डा. अंशुमान सिंह सीएमओ,अमेठी

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