बरेली: बदायूं की फर्म में 45 लाख की जीएसटी चोरी पकड़ी, 30 लाख रुपये का टैक्स किया जमा 

बरेली की एसआईवी ने ई-वेस्ट को रीसाइकिल करने वाली फर्म पर की जांच

बरेली: बदायूं की फर्म में 45 लाख की जीएसटी चोरी पकड़ी, 30 लाख रुपये का टैक्स किया जमा 

बरेली, अमृत विचार। बदायूं में वाणिज्य कर विभाग ने ई-वेस्ट को रीसाइकिल करने वाली फर्म की जांच में 45 लाख की टैक्स चोरी पकड़ी है। फर्म ने मौके पर 30 लाख रुपये जमा कर दिए।

एडीशनल कमिश्नर वाणिज्य कर ओपी चौबे के निर्देश पर विशेष अनुसंधान विंग के डिप्टी कमिश्नर राजीव पाण्डेय, विकास मिश्रा, प्रवीण माथुर और वकीउल्लाह ने बदायूं में रीसाइकिल वेस्ट मैनेजमेंट फर्म में जांच की। फर्म पुराने एसी, फ्रिज, प्रिंटर, वाशिंग मशीन आदि को खरीद कर रीसाइकिल कर कॉपर, ऐल्यूमिनियम, आयरन और प्लास्टिक स्क्रैप निकालकर बेचती है। फर्म का डाटा जांचने पर पाया कि फर्म की ओर से टर्न ओवर के सापेक्ष कैश बहुत कम दिखाया जा रहा है। 

इसके अलावा मांग और सप्लाई का अनुपात भी ठीक नहीं पाया गया। ई-वे बिल के लिए प्रयोग होने वाले वाहनों का मूवमेंट भी नहीं मिला। एसआईबी ने जांच में पाया कि स्टॉक और लेख में लगभग ढाई करोड़ की सप्लाई ऐसी मिली जिसे फर्म ने जानबूझकर अदा नहीं किया था। प्रथम दृष्टया लगभग 45 लाख की टैक्स चोरी मिली। इस पर व्यापारी ने 30 लाख रुपये टैक्स के मौके पर जमा कर दिए। जांच पूरी होने के बाद बाद शेष राशि और ब्याज भी जमा कराया जाएगा। एडिशनल कमिश्नर वाणिज्य कर ओपी चौबे ने बताया कि बदायूं जैसे छोटे शहर में ई वेस्ट का काम कम है। इसके अलावा पिछले वर्ष की अपेक्षा फर्म ने इस बार अप्रैल में डेढ़ करोड़ रुपया कम टैक्स दिया।

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