शाहजहांपुर: बंडा थानाध्यक्ष के खिलाफ भाकियू का भड़का गुस्सा, पैदल किया जिला कूच
पहले सीओ पुवायां कार्यालय पर दिया धरना,मांग नहीं मानी तो एसपी से मिलने चल दिए शाहजहांपुर
शाहजहांपुर, अमृत विचार: लोकसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार के आरोप में बंडा पुलिस द्वारा भाकियू भानु गुट कार्यकर्ता पर कार्रवाई किए जाने और जिलाध्यक्ष से अभद्रता किए जाने पर कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क गया। बंडा थानाध्यक्ष को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता पुवायां सीओ कार्यालय परिसर में नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। यहां बात नहीं मानी गई तो एसपी से मिलने के लिए पैदल ही जिला मुख्यालय के लिए कूच कर दिया। इससे अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। अधिकारियों ने रास्ते में रोक कर भाकियू नेताओं की मान मनौव्वल की। मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर बमुश्किल शांत किया।
किसान यूनियन का आरोप है कि बंडा थानाध्यक्ष ने चुनाव में मतदान बहिष्कार करने के आरोप में किसान यूनियन के कार्यकर्ता को बिना जांच किए ही मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया था। इस बात की जानकारी जब यूनियन के जिलाध्यक्ष महेंद्रपाल सिंह यादव को हुई तो वह थाने गए और बिना जांच किए कार्रवाई का विरोध जताया। आरोप है कि थानेदार ने उनके साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
इसी बात से नाराज किसान यूनियन के सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, सभी लोग बंडा इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह यादव व जिला संगठन मंत्री संत कुमार मिश्रा के नेतृत्व में सीओ पुवायां कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जब यहां पर उनकी मांग नही मानी गई तो किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शाहजहांपुर के लिए कूच कर दिया।
भाकियू भानु के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि थानाध्यक्ष बंडा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें लाइन हाजिर किया जाए। किसान यूनियन के पदाधिकारियों का आरोप था कि बंडा थानाध्यक्ष ने उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया है।
जिला मुख्यालय कूच किए जाने की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। तहसीलदार मनोज कुमार सिंह, पुवायां इंस्पेक्टर प्रदीप राय पुलिस बल के साथ किसानों को शाहजहांपुर जाने से रोकने के लिए चल दिए। भाकियू कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए पुवायां से चार किलोमीटर दूर बड़ागांव के आगे निकल चुके थे।
हाइडिल के आगे मैरिज लॉन के पास प्रशासनिक अधिकारियों ने भाकियू नेताओं और कार्यकर्ताओं रोक लिया। भाकियू नेता और कार्यकर्ता बंडा थानाध्यक्ष व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद जब प्रशासनिक अधिकारियों ने भाकियू नेताओं को आश्वस्त किया कि कार्रवाई की जाएगी, तब किसान शांत हुए और लौट गए।
सीओ को सौंपी गई जांच
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि किसान यूनियन के पदाधिकारियों की शिकायत पर मामले की जांच सीओ पुवायां को सौंपी गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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