Kanpur: इस वजह से बस अड्डे पर घंटों खड़ी रहतीं रोडवेज की एसी बसें...नहीं मिल पा रहे मुसाफिर

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन का अजब हाल है, बस अड्डों पर यात्री एसी बसें तलाशते फिरते हैं और अधिकारी कह रहे हैं कि एसी बसों को यात्री नहीं मिल रहे हैं। नतीजा यह है कि जैसे-जैसे बसों का एसी खराब हो रहा है, वैसे-वैसे बसों को डिपो में डंप किया जा रहा है। 

कानपुर के विकास नगर डिपो में 20 से अधिक एसी बसें डंप हो गई हैं। शहीद मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय झकरकटी बस अड्डा पर प्रयागराज, दिल्ली, वाराणसी के लिए एसी बसें मिल जाएंगी, लेकिन ये बसें कितने बजे मिलेंगी, यह कोई नहीं जानता है। यही कारण है कि लोग ट्रेन से एसी कोच में सफर ज्यादा करना चाहते हैं। 

दरअसल, लोगों को पता है कि ट्रेन कितने बजे जाएगी, जबकि बसों का कोई समय निर्धारित नहीं है। यही कारण है कि ट्रेनों के एसी कोच फुल हैं। श्रमशक्ति एक्सप्रेस, पुणे एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस, देहरादून एक्सप्रेस, नीलांचल एक्सप्रेस समेत कई ऐसी ट्रेनें हैं, जिनमें एसी कोच में एक से डेढ़ महीने तक आधी बर्थ यानी आरएसी में भी सीट उपलब्ध नहीं है।

बस अड्डे पर घंटों खड़ी रहतीं एसी बसें

झकरकटी बस अड्डे पर घंटों एसी बसें खड़ी रहती हैं, क्योंकि यात्री नहीं मिल रहे हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर प्राइवेट लक्जरी बसों में सवारी की कोई कमी नहीं है। यही कारण है कि रामादेवी, टाटमिल चौराहा से लेकर फजलगंज तक प्राइवेट बसों का संजाल फैला है। 

एसी बसों में सवारी नहीं मिलने से बुरा हाल है। बड़ी एसी बसें हटाकर छोटी एसी बसें लगवा दी जाएं तो सफल हो जाएंगी। -महेश कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, अंतर्राज्यीय झकरकटी बस अड्डा

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