लखनऊः केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की बढ़ी प्रवेश तिथि, 31 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचारः केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लखनऊ परिसर के निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा ने बताया कि विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन की तिथि बढ़ा दी गई है। जो स्टूडेंट्स सीयूईटी का फार्म न भर पाने वाले विश्वविद्यालय में प्राक्शास्त्री (10+1), शास्त्री (स्नातक) में विभिन्न विषयों में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। वे अब आवेदन कर सकते हैं। वहीं विश्वविद्यालय के परिसर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूजन, गुरु दक्षिणा और वेद पारायण के कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।
 
डायरेक्ट ले प्रवेश

11वी और स्नातक के व्याकरण, व्याकरण प्रतिष्ठा न्याय, संस्कृत साहित्य, वेद, फलित ज्योतिष, सिद्धान्त ज्योतिष, बौद्धदर्शन, हिन्दी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, कम्प्यूटर, शारीरिक शिक्षा, योग, पर्यावरण तथा परास्नातक के व्याकरण, संस्कृत साहित्य, वेद, फलित ज्योतिष, सिद्धान्त ज्योतिष, बौद्धदर्शन, एम.ए. पालि में प्रवेश के लिए परिसरीय प्रवेश-परीक्षा के माध्यम से सीधे प्रवेश पा सकते हैं।
सत्र 2024-25 के लिए Non-CUET (परिसर स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया) के माध्यम से प्राक्शास्त्री(10+1), शास्त्री(स्नातक), आचार्य (परास्नातक) पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु पंजीकरण प्रक्रिया का समय दिनांक 18-07-2024 तक निर्धारित किया गया था। जिसे बढ़ाकर दिनांक 31.07.2024 तक किया गया है। प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स https://www.csu-lucknow.edu.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। 

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त्रिदिवसीय गुरुपूर्णिमा का आरम्भ

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लखनऊ परिसर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूजन, गुरु दक्षिणा और वेद पारायण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी ने वर्चुअल माध्यम से छात्रों और शिक्षकों को सम्बोधित किया।
लखनऊ परिसर के निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा ने गुरु के महत्व को बताया। इसके साथ ही कहा कि गुरु मुख से विद्या को गहण करने से शिष्य यथाशीघ्र विद्वान बनते हैं। जिन शिष्यों पर गुरु कृपा रहती है, उनकी विद्या अधिक फलवती होती है। गुरुपूर्णिमा का यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा। परिसर के शिष्यों ने गुरुजनों की अर्चना की और वेदपाठ किया। इस अवसर पर भारतीय ज्ञान परम्परा और आचार परम्परा का पालन करने वाले तथा सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले संघ के प्रान्त प्रचारक, छात्रों शिवम मिश्र, हिमांशु पाण्डेय, हेमन्त पाण्डेय एवं वेद विभाग के आचार्य डॉ. राहुल कुमार मिश्र आदि मौजूद रहे।
 
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