देहरादून: भूस्खलन से तिनगढ़ गांव में 15 मकान मलबे में दबे

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Published By Bhupesh Kanaujia
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देहरादून, अमृत विचार। प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गईं। शनिवार को टिहरी के तिनगढ़ गांव में एक बार फिर भूस्खलन हुआ। इसमें 15 आवासीय मकान मलबे में दब गए। हालांकि प्रशासन ने सुबह ही इन घरों को खाली करा लिया था, जिसके कारण कोई हताहत नहीं हुआ। ग्रामीणों को विनकखाल इंटर कॉलेज में शिफ्ट किया गया है।

डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि आपदा को देखते हुए भिलंगना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों और कक्षा एक से 12वीं तक के सभी स्कूल सोमवार, मंगलवार और बुधवार तक बंद रहेंगे। उत्तराकाशी में भी आई आपदा ग्राम पंचायत भंगेली के गुणगा गांव में अतिवृष्टि से गांव के संपर्क मार्ग, दो पुलिया, पेयजल लाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। साथ ही खेतों का कटान के साथ परिसंपत्तियों का नुकसान हुआ है। 

तिनगढ़ गांव का जूनियर हाई स्कूल भवन भी भूस्खलन से पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। विशन गांव दला गांव को जोड़ने वाला पैदल पुलिया भी बह गई है। जौनपुर ब्लॉक में 33 केवी का विद्युत सब स्टेशन ठपटिहरी जिले के जौनपुर ब्लॉक के थत्यूड़ में 33 केवी विद्युत सब स्टेशन में भारी मलबा भर गया है। जिससे ट्रांसफार्मर दब गए हैं। विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है।

बूढ़ाकेदार क्षेत्र में धर्मगंगा नदी के उफान पर आने से मां-बेटी नदी के तेज बहाव में बह गए हैं। बूढ़ाकेदार से छह किमी दूर झाला पुल के समीप नेपाली मूल के मजदूर एक कच्चा मकान में रहते थे। रात दो बजे के लगभग धर्मगंगा के उफान पर आने से पप्पू बहादुर की पत्नी जया (32) और बेटी मोनिका (7) बह गई हैं। थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि नदी के किनारे उनकी तलाशी की गई। लेकिन पता नहीं चल पाया है। पप्पू बहादुर और रमेश बहादुर ने भाग कर जान बचाई। वहीं बारिश को देखते हुए प्रशासन संवेदनशील क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है।

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