शिक्षक प्रताड़ना : नोटबुक में वाटर की जगह लिखा वाट तो गुस्साई शिक्षका ने छात्र के कान से निकाला खून

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Published By Vinay Shukla
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अमृत विचार, लखनऊ/ठाकुरगंज। राजधानी के स्कूलों में बच्चों पर शिक्षकों के उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब ठाकुरगंज थाना अंतर्गत एक निजी स्कूल में अग्रेंजी की शिक्षका की क्रूरता का नमूना सामने आया है। छात्र का कसूर  सिर्फ इतना था कि  वॉटर की जगह वाट लिख दिया। बस इतनी सी बात से शिक्षका का पारा चढ़ गया। उसने छात्र की बेरहमी से पिटाई कर दी। इस पिटाई से छात्र के कान से खून आ गया। क्लास रुम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में शिक्षका की हरकत कैद हो गई। इसके आधार पर छात्र के पिता ने शिक्षका के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में लिखित शिकायत देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।

प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत राय के मुताबिक, क्षेत्र के निवाजगंज निवासी विशाल चौरसिया का बेटा आरव चौरसिया (10) घर के नजदीक बने टाउन हॉल पब्लिक स्कूल में पांचवीं कक्षा में पढ़ता है। लिखित शिकायत में विशाल ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाली अग्रेंजी की शिक्षका प्रीति रस्तोगी अक्सर उनके बेटे को मारती हैं। बीते 19 जुलाई को बेटा स्कूल गया था, शिक्षका ने आरव को वॉटर लिखने को कहा, इस पर बेटे नोटबुक में व्हाट लिख दिया। यह देखकर शिक्षिका का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया, शिक्षिका ने बेटे की बेहरमी से पिटाई कर दी। जिससे आरव के कान से आ गया और वह दर्द से छटपटाने लगा।

छुट्टी के बाद घर पहुंचे बेटे की हालत को देख परिजनों ने उससे पूछताछ की तब उसने  शिक्षिका की क्रूरता बयां की। विशाल का आरोप है कि अगले दिन वह बेटे के साथ स्कूल पहुंचे और प्रधानाचार्य से शिक्षिका की शिकायत करने लगे। जिस पर शिक्षिका ने छात्र को पीटने की बात को सिरे से नकार दिया। उसके बाद विशाल ने शिक्षिका के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में लिखित शिकायत देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि तहरीर के आधार पर शिक्षिका के खिलाफ सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

एक मिनट में छात्र के गाल पर जड़े आठ थप्पड़

पिता विशाल चौरसिया का आरोप है कि शिक्षिका ने एक मिनट के भीतर आरव के गाल पर तकरीबन आठ थप्पड़ जड़ दिए थे। इसके साथ ही बेटे कान को भी बुरी तरह से मरोड़ दिया था, जिससे बेटे के कान से खून आ गया गया। दर्द से कराह बेटा ने पूरी घटना को लेकर प्रिसिंपल के पास पहुंचा और मामले की शिकायत की। इस पर प्रिंसिपल ने आरव को क्लासरुम में जाने की बात कहते हुए मामले को टाल दिया था।

शिक्षिका की पिटाई से छात्र को आया बुखार

पिता विशाल चौरसिया का कहना है कि स्कूल की छुट्टी के बाद बेटा घर पहुंचा और देर शाम उसकी तबियत बिगड़ गई। रात में उसे तेज बुखार भी आ गया, परिजनों ने  उसे दवा दिलाई लेकिन आरव सो नहीं सका। उनका कहना है कि शिक्षिका की क्रूरता के चलते बेटा दहशत में हैं। वह स्कूल जाना नहीं चाहता है। वहीं, आरव की मां ने स्कूल प्रबन्धन से शिक्षिका को नौकरी से निकाले जाने की मांग की है। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है।

पूर्व में आ चुके हैं शिक्षक प्रताड़ना के मामले

गौरतलब है कि 22 जुलाई को मलिहाबाद तहसील के चौधराना इलाके में क्लासिक मांटेसरी स्कूल के प्रिसिंपल मो. फैसल खां ने सातवीं के छात्र अदनान की बेहरमी से पिटाई की थी। छात्र की गलती सिर्फ इतनी थी कि क्लास में उसके पास पेन नहीं थी। हालांकि, छात्र के पिता ने मलिहाबाद कोतवाली में प्रिसिंपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उसके अगले दिन मलिहाबाद के राजकीय हाईस्कूल में दसवीं के छात्र और उसके सहपाठी को कक्षाध्यापक मो. सलीम आशिके रसूल ने बुरी तरह पीटकर लूहलुहान कर दिया था। छात्र के पिता ने कक्षाध्यापक के खिलाफ लिखित शिकायत देते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की थी।

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