UP: लखनऊ में आत्मदाह के प्रयास का मामला: महिला ने किया था प्रेम विवाह, ससुरालवाले करने लगे दहेज की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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उन्नाव (पुरवा), अमृत विचार। पुरवा कोतवाली क्षेत्र के छत्ता खेड़ा गांव निवासी महिला से पति समेत अन्य ससुरालीजन दहेज में एक लाख रुपये व बाइक की मांग कर रहे थे। इसके लिए उसे मारपीट कर एक वर्षीय बेटे के साथ घर से निकाल दिया और उसके रुपये और मोबाइल भी छीन लिया। शिकायत करने पर भी पुरवा पुलिस उसे न्याय नहीं दे सकी। इससे परेशान होकर पीड़िता ने मंगलवार को लखनऊ पहुंचकर खुद को आग के हवाले कर दिया। 

कानपुर देहात के शिवराजपुर निवासी अंजलि ने पुरवा क्षेत्र के गांव छत्ताखेड़ा निवासी देशराज से ढाई वर्ष पूर्व प्रेम विवाह किया था। जिसके बाद से वह छत्ताखेड़ा में देशराज के साथ रह रही थी। आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद पति, सास रामकुमारी, देवरानी शालिनी व 15 वर्षीय भांजा दहेज में एक लाख रुपये व बाइक के लिए उसे प्रताड़ित करने लगे। इससे ऊबकर वह अपने मायके चली गई। 

अंजलि ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि 30 जुलाई-2024 को वह अपने एक वर्षीय बेटे के साथ ससुराल लौटी तो उससे दहेज को  लेकर मारपीट की गई। देवरानी शालिनी ने उसके पास से 4000 रुपये, सास ने मंगलसूत्र व भांजे ने मोबाइल फोन छीन लिया। वह इसकी शिकायत लेकर कोतवाली गई लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद वह एसडीएम व डीएम कार्यालय के चक्कर लगाती रही। 

मामला बढ़ता देख सीओ सोमोनेंद्र विश्वास के निर्देश पर दो अगस्त को पुरवा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसमें पुलिस ने पति व अन्य पर दहेज उत्पीड़न सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। पति देशराज व देवर कुलदीप पर शांतिभंग की कार्रवाई करते हुए एसडीएम कोर्ट में पेश किया था। जहां से एसडीएम उदित नारायण सेंगर के निर्देश पर उन्हें जेल भेज दिया गया था। 

लेकिन पीड़िता नामजद सभी आरोपियों को जेल भेजने की मांग करती रही। इसी के चलते उसने मंगलवार को लखनऊ पहुंचकर यह कदम उठा लिया। कोतवाल कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि महिला के शिकायती पत्र पर दहेज उत्पीड़न की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पति व देवर को जेल भी भेजा गया था। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि सोमवार को दो आरोपियों को जेल भेजा गया था। घटना के बाद सभी आरोपी घर में ताला डालकर फरार हैं। उनकी तलाश चल रही है।

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