अमरोहा: प्रशिक्षु सीओ के भाई ने फांसी लगाकर दी जान, परिजनों में मचा कोहराम

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Published By Deepak Shukla
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गजरौला (अमरोहा), अमृत विचार। एमडीए कॉलोनी में महिला प्रशिक्षु सीओ के भाई ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर उसका शव फंदे से नीचे उतारा। सीओ व प्रभारी निरीक्षक ने घटनास्थल पर परिजनों से पूछताछ की। बाद में शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। देर शाम मृतक की मां ने पुलिस को तहरीर दी।
 
मंडी धनौरा नगर के मोहल्ला सुभाषनगर निवासी मुनेश कुमार ठेकेदारी करते हैं। वह इस समय शहर की एमडीए कॉलोनी में प्रथमा बैंक के शाखा प्रबंधक संजीव कुमार गौतम के भवन में दूसरी मंजिल पर किराये पर रहते हैं। उनकी बेटी दीप शिखा का कुछ समय पहले सीओ के पद चयन हुआ था। इस समय वह ट्रेनिंग कर रही हैं। 

परिजनों ने बताया कि महिला प्रशिक्षु सीओ का भाई मोनू (23) प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। दो-तीन दिन पहले ही उनके पिता मुनेश कुमार की तबीयत खराब हो गई थी तो उन्हें अमरोहा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी बबली भी उनके साथ ही थीं। घर पर उनका पुत्र मोनू अकेला था। 

बताया कि परिजनों ने मोनू से संपर्क करने की कोशिश की तो बात नहीं हुई। इस पर परिजनों ने आसपास में ही रहने वाले किसी परिचित को कमरे पर जाकर देखने के लिए कहा। सोमवार सुबह 11 बजे परिचित ने जाकर देखा तो मोनू का कमरा बंद था। इसके बाद चौपला पुलिस को सूचना दी गई। 

दोपहर चार-पांच के बीच चौपला पुलिस चौकी इंचार्ज प्रवीण कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कमरे का ताला तोड़कर अंदर गए। उन्होंने देखा तो कमरे की छत पर लगे पंखे के सहारे रस्सी के फंदे पर मोनू लटका हुआ था। उसकी सांसें थम चुकी थीं। पुलिस ने उसे नीचे उतारा और माता पिता को सूचना दी। 

इसके बाद माता-पिता भी कमरे पर पहुंच गए। इस बीच सीओ श्वेताभ भास्कर व प्रभारी निरीक्षक हरीश वर्धन ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी ली। अधीनस्थों को कार्रवाई के निर्देश दिए। बाद में पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 
    
पांच माह पहले मोनू के भाई की भी हुई थी मौत

गजरौला, अमृत विचार: परिजनों ने बताया कि पांच माह पहले मोनू के बड़े भाई बिट्टू की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। अभी उसकी मौत के सदमे से परिजन उभरे नहीं थे। तभी सोमवार को मोनू ने आत्महत्या कर ली। 

बताया कि मुनेश के दो ही पुत्र थे। दोनों की मौत हो चुकी है। अब सिर्फ उनकी बेटी दीप शिखा ही बची है। मोनू पुलिस समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। मोनू की मौत से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। 

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