लखीमपुर खीरी: बाढ़ हुई विकराल: पलिया व भारत-नेपाल सीमा के सैकड़ों गांव बने टापू, लंच पैकेट पहुंचाने में जुटा तहसील प्रशासन

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Published By Deepak Shukla
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पलिया कलां/तिकुनियां (लखीमपुर खीरी), अमृत विचार। बनबसा बैराज से शारदा में छोड़े गए करीब साढ़े चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी के बाद दो महीने में तीसरी बार बाढ़ ने दस्तक दे दी है। अत्यधिक पानी छोड़े जाने के बाद जिले में बाढ़ से हालात काफी खराब हो गए हैं। तहसील पलिया और निघासन में शारदा और कोतवाली तिकुनियां क्षेत्र में मोहाना नदी कई सैकड़ों गांवों में पानी भर गया है। करीब 70 से अधिक गांव टापू बन गए हैं। पिछली दो बार से इस बार बाढ़ काफी ज्यादा है। पलिया में पानी अतरिया रेलवे क्रासिंग के पास चीनी मिल तक पहुंच गया है।

पलिया से भीरा जाने वाले मार्ग पर करीब चार फुट ऊंचा पानी बहने और अनेक गांवों तक संपर्क मार्गों पर पानी चलने से लोगों का आना-जाना मुश्किल हो रहा है। गांव-घरों के अंदर पानी पहुंचने से लोगों की घर गृहस्थी का सामान एवं खाने-पीने की सामग्री भीग गई है। इससे उन्हें खाना बनाना भी मुश्किल पड़ रहा है। यद्यपि सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन द्वारा नाविकों एवं एनडीआरएफ टीम का सहारा लेकर उन तक लंच पैकेट पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। 

पलिया के मोहल्ला ढाकिन, इंदिरा नगर, सुभाष नगर, महमूद नगर सहित बजाज चीनी मिल, रिलायंस पेट्रोल पंप , सर्वेंट्स आफ इंडिया सोसाइटी द्वारा संचालित थारू छात्रावास सहित सैकड़ों घरों में जहां पानी भर गया है, वहीं क्षेत्र के ग्राम खैरहना, मरौचा, नगला, मेला घाट, आजाद नगर, श्रीनगर, कंचनपुर, लालपुर, पकरिया, नलपुरवा, लगदहन व ट्रांस शारदा क्षेत्र सहित, खाले पुर्वा, चौरी, बिजौरिया आदि गांवों में बाढ़ के कारण लोग अपने खाने-पीने का सामान लेकर ऊंचे स्थानों पर पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।

उधर, नेपाल से ही बहकर आई सुहेली नदी की बाढ़ के पानी ने क्षेत्र के निषाद नगर, घोला, अतरनगर गजरौरा, अंबेडकर नगर, देवीपुर ,मुजहा, बिलहइया ,चंबरबोझ आदि को चारों ओर से घेर कर अनेक घरों में प्रवेश कर गया है। ग्रामीण अपने परिवार एवं पालतू पशुओं को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाने के उपक्रम में लग गए हैं। जबकि मोहाना नदी ने ग्राम बिरिया, सूंड़ा, ढकिया, नझोटा,जयनगर , बंदर भरारी आदि के खेतों में भरकर फसलों को जलमग्न करना शुरू कर दिया है।

लंच पैकेट पहुंचाने में जुटा तहसील प्रशासन

एसडीएम पलिया कार्तिकेय सिंह एवं तहसीलदार आरती यादव स्वयं बाढ़ के पानी में घिरे ग्रामों तक ट्रैक्टर व नावों से पहुंचकर लोगों को स्वयं लंच पैकेट वितरित कर अधीनस्थों का हौसला बढ़ा रहे हैं। उनका कहना है कि उनके क्षेत्र में कोई भूखा न रहे।

गोविंदनगर, खजुरिया इलाके में मचा हाहाकार

संपूर्णानगर। बनबसा से छोड़ा गया पानी शारदा होते हुए शुक्रवार की शाम से थाना संपूर्णानगर क्षेत्र के गांव गोविन्दनगर, खजुरिया और उसके आसपास के गांवों के निचले हिस्सों व खेतों में लगातार बढ़ता रहा, जो शनिवार की दोपहर तक कृष्णानगर, बसही आदि गांवों तक पहुंच गया। दोपहर बाद से बाढ़ के पानी मे ठहराव ने क्षेत्रवासियों एवं तहसील प्रशासन, एनडीआरएफ टीम एवं क्षेत्रीय पुलिसकर्मियों ने कुछ राहत की सांस ली। हालांकि रविवार को भी पानी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

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