VIDEO : मुरादाबाद में ट्रैक्टर के नीचे दबकर युवक की मौत के बाद बवाल, आक्रोशित भीड़ ने पुलिस टीम को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा...थानेदार समेत 7 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

थानेदार समेत 7 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, सीओ हटाए, ग्रमीणों से दो घंटे तक चले संघर्ष के बाद एसएसपी ने की कार्रवाई

VIDEO : मुरादाबाद में ट्रैक्टर के नीचे दबकर युवक की मौत के बाद बवाल, आक्रोशित भीड़ ने पुलिस टीम को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा...थानेदार समेत 7 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

मुरादाबाद। ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में अवैध खनन के शक में ट्रैक्टर ट्राली का पीछा कर रही पुलिस को चालक की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए ग्रामीण उग्र हो गए। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। दो घंटे तक ग्रामीणों और पुलिस में जमकर संघर्ष हुआ। लाठी-डंडे लेकर गुस्साई भीड़ पुलिस के पीछे पड़ गई, जमकर पथराव किया। पानी से भरे धान के खेत से भागकर पुलिस कर्मियों ने जान बचाई। उग्र भीड़ ने कुछ पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर वर्दी फाड़ दी और जमकर पिटाई की।

सूचना पर जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत पीएसी और भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। जैसे-तैसे ग्रामीणों को शांत किया। मृतक के पिता ने दो नामजद समेत चार पुलिस कर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। दो घंटे तक ग्रामीणों और पुलिस बलों में चले संघर्ष के बाद थानेदार समेत 7 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। साथ ही सीओ ठाकुरद्वारा को हटा दिया गया है। उन पर महत्पवूर्ण पद पर रहते कार्य में शिथिलता बरतने और ठाकुरद्वारा प्रकरण में घोर लापरवाही के मामले में कार्रवाई की गई है। 

थाना क्षेत्र तरफ दलपतपुर गांव निवासी धर्मपाल का बेटा लोकेश उर्फ मोनू (25) ट्रैक्टर-ट्राली से मिट्टी डालने का काम करता है। लोकेश शुक्रवार तड़के 3 बजे ट्रैक्टर-ट्राली लेकर खेत पर गया था। अवैध खनन की आशंका में पुलिस वालों ने अपनी गड़ी से उसका पीछा कर लिया। पुलिस से बचने के लिए लोकेश ट्रैक्टर भगाने लगा। इसी दौरान मोनू की ट्रैक्टर के पहियों के नीचे दबकर मौत हो गई। सुबह तक मोनू घर पर नहीं लौटा तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की।

इस दौरान रोड से नहर वाले रास्ते से 50 मीटर दूर खेत में ट्रैक्टर के टायर से कुचला हुआ मोनू का शव मिला। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के टायर से दबे शव को निकालकर पास ही सड़क पर रख दिया और पुलिस वालों पर हत्या का आरोप लगाते हुए हगामा शुरू कर दिया। सुबह 8:00 बजे सूचना पर पहुंची पुलिस पर ग्रामीण अवैध खनन को लेकर वसूली का पैसा नहीं देने पर सिपाही अनीस और नरेश समेत गाड़ी में सवार चार पुलिसकर्मियों पर मोनू की हत्या का आरोप लगाने लगे।

धीरे-धीरे बेकाबू हुई भीड़ पुलिस वालों पर हमलावर हो गई। उग्र ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को लाठी-डंडों से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। अनीस समेत कुछ पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर वर्दी फाड़ दी। सिपाही अनीस को टारगेट करके ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। दो घंटे तक पुलिस और ग्रामीणों में जमकर संघर्ष हुआ। बवाल के बीच पानी से भरे धान के खेत से भागकर पुलिसकर्मियों ने जान बचाई। वारदात में कई लोग जख्मी हुए है। घायल सिपाही अनीस की हालत नाजुक बताई जा रही है।

बवाल बढ़ने पर जिलाधिकारी अनुज सिंह और एसएसपी एसएसपी सतपाल अंतिल अन्य अधिकारियों के साथ भारी पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने जैसे-तैसे उग्र भीड़ को शांत किया। कड़ी सुरक्षा में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक मोनू के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अनीस, नरेश और दो अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया है कि प्रकरण में प्रत्येक बिंदु की गंभीरता से जांच की जा रही है।

डीआईजी ने तलब की रिपोर्ट, मृतक परिजनों से मिलेंगे
डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि एसएसपी सतपाल अंतिल से मामले रिपोर्ट तलब की गई है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि वह खुद शनिवार को गांव का दौरा करने के लिए जाएंगे। वहां पर वह ग्रामीणों और मृतक के परिजनों से बातचीत करेंगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी मुनिराज जी ने खुद संज्ञान लिया है।

थानेदार समेत 7 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, सीओ हटाए
ठाकुरद्वारा के गांव तरफ दलपतपुर निवासी लोकेश उर्फ मोनू की शुक्रवार तड़के संदिग्ध हालात में पुलिस टीम द्वारा पीछा किए जाने के बाद हादसे में मौत हो गई। मामले में लोकेश के पिता धर्मपाल सिंह ने हेड कांस्टेबल अनीस, चालक हेड कांस्टेबल नरेश और दो अज्ञात सिपाहियों पर अवैध वसूली के लिए धमकी देने और हत्या का मामला दर्ज कराया है। इस मौत के बाद जमकर बवाल और हंगामा भी हुआ। इसे एसएसपी सतपाल अंतिल ने गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रकरण में लापरवाही और शिथिलता बरने के लिए थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार माना है। उन्होंने थानेदार ठाकुरद्वारा सुदेश पाल सिंह, एसआई ऋषभ शर्मा, एसआई आकाश परमार, आरोपी हेड कांस्टेबल अनीस व चालक हेड कांस्टेबल नरेश लाटियान के साथ ही दो सिपाही अजीत सिंह और रविंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही इनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है। इसके अलावा इनके पर्यवेक्षक अधिकारी सीओ ठाकुरद्वारा राजेश कुमार को भी सर्किल ऑफिस से हटाकर जिला मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है।

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