काशीपुर: ट्रांसपोर्टरों ने माइनिंग कंपनी के कर्मचारियों की दबंगई को लेकर जताया विरोध

Amrit Vichar Network
Published By Bhupesh Kanaujia
On

काशीपुर, अमृत विचार। ट्रांसपोर्टरों ने बैठक कर माइनिंग कंपनी को नहीं हटाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। वक्ताओं ने कहा कि माइनिंग कर्मचारी दबंगई पर उतर आये हैं। वह माइनिंग कंपनी के कर्मचारियों की दबंगई को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।  

मंगलवार को ग्राम अजीतपुर स्थित गुरुद्वारे में ट्रांसपोर्टरों ने बैठक कर प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने कहा कि वह अपने खेत से मिट्टी उठाकर घर पर नहीं डाल सकते। माइनिंग कंपनी दबंगई पर उतर आई है। हम सरकार के साथ हैं, लेकिन सरकार हमारे साथ नहीं है।

उन्होंने कहा कि 17 अक्टूबर तक समस्या का समाधान नहीं होता है तो करो या मरो की स्थिति होगी। बाजपुर गुरुद्वारा सिंह सभा में गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह किंदा ने कहा कि माइनिंग कंपनी से ट्रांसपोर्टर ही नहीं आम जनता भी परेशान है। माइनिंग कंपनी के कर्मचारियों की गुंडागर्दी बढ़ गई है।

सरकार से हमारी मांग है कि 17 अक्टूबर तक समस्या का हल कर माइनिंग कंपनी को प्रदेश से बाहर किया जाये। यदि ऐसा नहीं होता है तो वह सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। माइनिंग कंपनी के कर्मचारियों की दबंगई को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमित ने कहा कि माइनिंग कंपनी की तानाशाही इतनी बढ़ गई कि रॉयल्टी होने के बाद उसका 37 हजार रुपये का चालान काट दिया गया।

ड्राइवर से मारपीट की गई। जब इसका विरोध किया तो दुश्मनी निकालने के लिये तीन दिन पहले कार में टक्कर मारकर उसके साथ भी मारपीट कर कार को तहस-नहस कर दिया। यहां जगतजीत सिंह जग्गी, हरदीप सिंह, रोहित प्रधान, सुखदेव सिंह, हरदेव सिंह, जाससीन ढिल्लों, अवतार सिंह आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें - रुद्रपुर: शराब की दुकान का आवंटन रद्द नहीं होने पर महिलाओं में आक्रोश

संबंधित समाचार