इस दिन मनाया जाएगा दीपावली का पर्व, ये है शुभ मुहूर्त, जानें- कैसे करें माता लक्ष्मी की पूजा
कानपुर, अमृत विचार। हिंदू धर्म में कार्तिक मास की अमावस्या के दिन दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। इस बार दीपावली का यह पर्व 31 अक्टूबर 2024 गुरुवार के दिन रहेगा। 29 अक्टूबर के दिन धनतेरस, 30 अक्टूबर के दिन नरक चतुर्दशी और 31 को महालक्ष्मी पूजन के साथ काली पूजा होगी। उदयातिथि के अनुसार कुछ आचार्य 1 नवंबर 2024 शुक्रवार को दिवाली मनाने की सलाह दे रहे हैं।
इस तरह करें माता लक्ष्मी की पूजा
आचार्य पवन तिवारी बतातें है कि नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद माता लक्ष्मी के मूर्ति या चित्र को लाल या पीला कपड़ा बिछाकर लकड़ी के पाट पर रखें। मूर्ति को स्नान कराएं और यदि चित्र है तो उसे अच्छे से साफ करें। धूप, दीप जलाएं। देवताओं के लिए जलाए गए दीपक को स्वयं कभी नहीं बुझाना चाहिए। फिर देवी के मस्तक पर हल्दी कुंकू, चंदन और चावल लगाएं। फिर उन्हें हार और फूल चढ़ाएं। पूजन में अनामिका अंगुली (छोटी उंगली के पास वाली यानी रिंग फिंगर) से गंध (चंदन, कुमकुम, अबीर, गुलाल, हल्दी, मेहंदी) लगाना चाहिए। पूजा करने के बाद प्रसाद या नैवेद्य (भोग) चढ़ाएं। ध्यान रखें कि नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग नैवेद्य में नहीं किया जाता है।
विशेष पूजा पंडित से ही कराएं
घर में या मंदिर में जब भी कोई विशेष पूजा करें तो अपने इष्टदेव के साथ ही स्वस्तिक, कलश, नवग्रह देवता, पंच लोकपाल, षोडश मातृका, सप्त मातृका का पूजन भी किया जाता। लेकिन विस्तृत पूजा तो पंडित जी ही करते है अत: आप ऑनलाइन भी पंडित जी की मदद से विशेष पूजा कर सकते हैं। विशेष पूजन पंडित जी की मदद से ही करवाना चाहिए, ताकि पूजा विधिवत हो सके।
अमावस्या तिथि प्रारंभ- 31 अक्टूबर 2024 को दोपहर 03:52 बजे से।
अमावस्या तिथि समाप्त- 01 नवम्बर 2024 को शाम 06:16 बजे तक।
31 अक्टूबर का शुभ मुहूर्त:-
ब्रह्म मुहूर्त: प्रात: 04:49 से 05:41 तक।
प्रात: संध्या: प्रात: 05:15 से 06:32 तक।
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:42 से 12:27 तक।
विजयी मुहूर्त: दोपहर 01:55 से 02:39 तक।
गोधुली मुहूर्त: शाम 05:36 से 06:02 तक।
संध्या पूजा : शाम 05:36 से 06:54 तक।
अमृत काल : शाम 05:32 से 07:20 तक।
निशिथ पूजा काल : रात्रि 11:39 से 12:31 तक।
1 नवंबर 2024 शुक्रवार का शुभ मुहूर्त:-
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- शाम 05:36 से 06:16 के बीच।
अभिजित मुहूर्त- दोपहर 11:42 से 12:27 के बीच।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:36 से 06:02 के बीच।