पीलीभीत: बुखार से तीन बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
वायरल इंसेफेलाइटिस के चलते बच्चों की मौत, जांच में जुटीं टीमें
पीलीभीत, अमृत विचार। बरखेड़ा क्षेत्र के जार कल्लिया गांव में तीन बच्चों की बुखार आने के बाद मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव पहुंची और जांच पड़ताल की। सैंपलिंग के दौरान एक सात माह की बच्ची भी गंभीर हालत में मिली। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमें वायरल इंसेफेलाइटिस मान रही हैं। फिलहाल मृतक बच्चों की बीएसटी और दवाओं को कब्जे में लेकर पड़ताल चल रही है।
मरौरी ब्लॉक के गांव जार कल्लिया निवासी रेवती ने बताया कि उनकी पांच वर्षीय बेटी सुनैया को 26 अक्टूबर की रात बुखार आया। अचानक तबीयत बिगड़ने पर पर उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। 24 घंटे इलाज के बाद भी हालत में जब सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टर ने उसे दिल्ली रेफर कर दिया। परिवार वाले आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर घर ले आए। घर पर ही उसकी मौत हो गई। इससे पहले उनके भतीजे भगवानदास के चार वर्षीय पुत्र अनिल को 25 अक्टूबर को बुखार आया था। उसे एक प्राइवेट डॉक्टर के पास ले गए थे। हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने पुत्र को भर्ती करने की सलाह दी थी। मगर, परिजन उसे घर वापस ले आए थे। पौटा के एक क्लीनिक से दवा ली और 27 अक्टूबर की सुबह अनिल की मौत हो गई। इसी गांव के मंशाराम की छह वर्षीय सोनम को भी 26 अक्टूबर को बुखार आया। उसे मेडिकल कॉलेज लेकर आए। डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। परिवार के लोग सोमवार को उसे लखनऊ लेकर जाने वाले थे, लेकिन सुबह करीब छह बजे उसकी मौत हो गई।
मरने वाले बच्चों में ये थे लक्षण
बताया जा रहा है कि तीनों बच्चों को बीते कई दिनों से बुखार, दौरे, उल्टी आदि की समस्या बनी हुई थी। डॉक्टरों के मुताबिक वायरल इंसेफेलाइटिस में दिमाग में सूजन आ जाती है। जिससे बेहोश होना, सिरदर्द, बुखार आदि की समस्या होने लगती है। रेवती के मुताबिक उनकी बेटी में डॉक्टर ने पीलिया के लक्षण बताए थे। साथ ही बुखार भी समस्या बनी हुई थी। इसके अलावा अनिल को हेपेटाइटिस-बी की पुष्टि हुई है।
एक और बच्ची में बुखार की पुष्टि
सीएमओ डॉ. आलोक कुमार ने टीम को भेजकर जांच कराई। जहां टीम ने मृतक बच्चों के परिजन और गांव में बुखार के मरीजों के सैंपल लेकर जांच को भेजे हैं। डब्ल्यूएचओ टीम भी मामले को लेकर पड़ताल कर रही है। उधर, सैंपलिंग के दौरान सोमवार को गांव के ही संजय की सात माह की पुत्री में भी बुखार की पुष्टि हुई है। इस पर उसे भी मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है।
सीएमओ ने की लोगों से ये अपील
सीएमओ डॉ.आलोक कुमार ने बताया कि जार कल्लिया गांव में तीन बच्चों की मौत की जानकारी मिलने पर टीम भेजी गई थी। मृतक के परिजन व अन्य ग्रामीणों की डेंगू मलेरिया की जांच कराई गई। प्रथम दृष्टया जांच में बच्चों की मौत का कारण पीलिया और वायरल इंसेफेलाइटिस निकलकर आ रहा है, जोकि जल जनित बीमारी है। अब हेपेटाइटिस की भी जांच कराई जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वह पानी को उबालकर पीएं।