टनकपुर एवं बनबसा में गोल्ज्यू संदेश यात्रा का ढोल नगाड़ों के साथ हुआ जोरदार स्वागत 

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Published By Bhupesh Kanaujia
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टनकपुर, अमृत विचार। द्वितीय श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा का चम्पावत से टनकपुर एवं बनबसा पहुंचने पर क्षेत्र के लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया। मंगलवार को करीब 11 बजे इस यात्रा के टनकपुर के ककराली गेट पहुंचने पर अपनी धरोहर संस्था  के सचिव एडवोकेट धर्मेंद्र चन्द,स्थानीय यात्रा संयोजक एमएन जोशी,केबी जोशी, सुमन वर्मा, हेमा जोशी आदि ने नेतृत्व में मांगलिक परिधानों में आई महिलाओं के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों ने इस यात्रा का जोरदार स्वागत किया।

इस दौरान संदेश यात्रा में चल रहे देव डांगरों ने अवतरित होकर क्षेत्र के लोगों को सुख,समृद्धि के साथ उन्हें आशीर्वाद दिया। साथ ही लोगों को अक्षत लगाकर प्रसाद भी दिया गया। यहां आयोजित कार्यक्रम में एक ओर जहां खटीमा से आए अशोक खनका कीर्तन मंडली के कलाकारों द्वारा बेहतरीन भजन प्रस्तुत कर लोगों का मन मोहा वही एमडीएम विद्यालय की छात्राओं ने बेहतरीन स्वागत गीत व नृत्य प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर समिति के प्रांतीय संयोजक विजय भट्ट,यात्रा संयोजक सतीश चंद्र पांडेय, गोलू मंदिर समिति चम्पावत के अध्यक्ष श्याम सिंह कार्की,भाजपा के वरिष्ठ नेता रोहिताश अग्रवाल, एडवोकेट शंकर दत्त गडकोटी, मुख्यमंत्री प्रतिनिधि दीपक रजवार,भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दीप चंद्र पाठक,सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य गीता चन्द,एमडीएम विद्यालय की प्रधानाचार्या सुनीता चन्द,पूर्व जिला पंचायत सदस्य उर्मिला चन्द, विद्या जुकरिया,जानकी  खर्कवाल, सुनीता गहतोड़ी, दीपा चन्द,टनकपुर उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष वैभव अग्रवाल, सचिव संजय पांडे,गिरीश वर्मा, धर्मानंद पांडेय,अजय गुरुरानी,बसंत राज चन्द,अनिल चौधरी पिंकी, हरीश चन्द हैसियत, लक्ष्मण सिंह पाटनी,जगदीश सिंह बिष्ट, प्रकाश चन्द, मोहन सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

समिति के सचिव एडवोकेट धर्मेंद्र चन्द ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए क्षेत्र वासियों का आभार जताया। बाद में यह संदेश यात्रा ककराली गेट से होकर टनकपुर नगर पहुंची,जहां नगर के विभिन्न मार्गो से होकर बनबसा रवाना हुई। बनबसा बाजार में भी जगह-जगह इस संदेश यात्रा का भाजपा नेता शंकर लाल वर्मा, संजय जोशी, जिला पंचायत सदस्य पुष्कर कापड़ी, उमेश सिंह नेगी, सुरेश उप्रेती आदि लोगों ने जोरदार स्वागत किया। बनबसा के बाद यह यात्रा खटीमा के लिए रवाना हुई। यह यात्रा कुमाऊं और गढ़वाल के विभिन्न मार्गो से होकर 24 नवंबर को चम्पावत पहुंचकर इस यात्रा का समापन होगा।

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