बदायूं: दरगाह आलिया कादरिया पर उर्स के दूसरे दिन भी उमड़ा जायरीन का सैलाब

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Published By Pradeep Kumar
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हजरत हुजूर शाह ऐनुल हक मौलाना अब्दुल मजीद कादरी बदायूंनी का उर्स

बदायूं, अमृत विचार। शहर के चक्कर की सड़क स्थित विश्व विख्यात दरगाह-ए-आलिया कादरिया पर हजरत हुजूर शाह ऐनुल हक मौलाना अब्दुल मजीद कादरी बदायूंनी का 183 वें तीन दिवसीय उर्स के दूसरे दिन जनसैलाब उमड़ा। जिसके चलते दरगाह में अकीदतमंदों को बारी-बारी से प्रवेश मिला। दरगाह ए कादरी में जुहर बाद अकीदतमंदों को तबर्रुकात की जियारत कराई गई। मेडिकल शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। गुरुवार को उर्स का समापन होगा।

खानकाहे आलिया कादरिया के साहिबे सज्जादा काजी-ए-जिला हजरत अब्दुल गनी मोहम्मद अतीफ मियां कादरी की सरपरस्ती और हजरत मौलाना फजले रसूल मोहम्मद अज्जाम मियां कादरी की निगरानी में दूसरे दिन का उर्स हुआ। देश-विदेश के जायरीन उर्स में पहुंचे। कड़ाके की सर्दी में खानकाह की ओर से खाने पीने व ठहरने समेत अन्य व्यवस्थाओं के विशेष इंतजाम किए गए हैं। बुधवार सुबह को महफिल नात, मनकबत व तकरीर पेश की गई। जिसके बाद मगरिब की नमाज और फिर हल्का ए जिक्र हुआ। महफिल का आगाज हाफिज फरमान कादरी ने तिलावते कुरान से किया। उसके बाद नाजिमे उर्स हाफिज अब्दुल कय्यूम कादरी ने कलाम पेश किए। साहिबे सज्जादा काजी-ए-जिला हजरत अब्दुल गनी मोहम्मद अतीफ मियां कादरी ने अपने इरशादात से नवाजा और अकीदतमंदों के दिलों को रोशन किया। हाफिज असद मुईन कादरी, अब्दुल हन्नान, अनीस पटेल, गुलाम अतीफ कादरी समेत दरगाह के प्रवक्ता मोहम्मद तनवीर कादरी व अन्य नातख्वां ने कलाम पेश किया। उर्स के मौके पर शहीदे बगदाद वेलफेयर फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से जायरीन के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया। जायरीन को दवाओं का निशुल्क वितरण हुआ। दरगाह के मेन गेट पर ही ताजुल फहुल एकेडमी की तरफ से दीनी इल्मी किताबों का स्टॉल भी लगाया गया है। 21 नवंबर को नमाजे फजर कुल की फातिहा के साथ उर्स का समापन किया जाएगा।

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