LUCKNOW: मैटरनिटी लीव पर ऑप्टोमेट्रिस्ट, लौटाए जा रहे मरीज

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

चंदरनगर 50 बेड अस्पताल से लोकबंधु भेजे जा रहे आंखों के मरीज

लखनऊ, अमृत विचार: आलमबाग चंद्रनगर 50 बेड चिकित्सालय की नेत्र परीक्षक अधिकारी (ऑप्टोमेट्रिस्ट) दो माह से मातृत्व अवकाश पर है। उनका छह माह का अवकाश स्वीकृत हुआ है। विकल्प में दूसरे ऑप्टोमेट्रिस्ट की तैनाती न होने के कारण अस्पताल में आने वाले नेत्र रोगियों को लोकबंधु अस्पताल भेजा जा रहा। इससे लोकबंधु के नेत्र रोग विभाग में मरीजों का लोड बढ़ रहा है। वहीं, चंदरनगर अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी अटक गए हैं।

चंदरनगर 50 बेड चिकित्सालय की शुरुआत 27 नवंबर 2023 को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अस्पताल में सभी सुविधाएं होने का दवा किया गया था। अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में रोजाना करीब 100 मरीज आते हैं। यहां नेत्र चिकित्सक की तो तैनाती है, लेकिन नेत्र परीक्षण के लिए तैनात महिला सहायक करीब दो माह से मातृत्व अवकाश पर है। उनका छह महीने का अवकाश स्वीकृत हुआ है। ऐसे में आने वाले मरीजों को नेत्र परीक्षण के लिए डॉक्टर लोकबंधु अस्पताल भेज रहे हैं। बुधवार को भी कई मरीजों को लोकबंधु अस्पताल भेजा गया।

कई जगह अधिक हैं ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट
चंदर नगर में एक ही ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट की तैनाती है, जबकि शहर के कई सरकारी अस्पताल में अधिक ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट तैनात हैं। यही नहीं कुछ ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट को तो स्वास्थ्य विभाग में कुछ दूसरी जगहों पर तैनाती दी गई है। जबकि वहां उन ऑप्ट्रोमेट्रिस्ट से मरीजों की जांच से जुड़ा व दूसरे काम तक नहीं लिए जा रहे हैं।

मातृत्व अवकाश पर गई अस्पताल की एक मात्र नेत्र परीक्षक ने तीन महीने पहले ही ज्वाइन किया था। दो महीने से वह अवकाश पर है। वापस लौटने में चार महीने और लगेंगे। उसके विकल्प में कोई अन्य सहायक की तैनाती विभाग की तरफ से नहीं दी गई है। मरीजों को जांच के लिए लोकबंधु अस्पताल भेजना पड़ रहा।
डॉ. एके दीक्षित, चिकित्सा अधीक्षक, चंदरनगर 50 बेड चिकित्सालय

यह भी पढ़ेः KGMU कर रहा लावारिस मरीजों का इलाज, शेल्टर होम कराया शिफ्ट, परिजनों की भी तलाश जारी

संबंधित समाचार