शीतलहर से बचाव के लिए नगर निगम ने खींचा सुविधाओं का खाका, बेघर नहीं रहेंगे बेसहारा
लखनऊ, अमृत विचार: शीतलहर और कड़ाके की ठंड से गरीब, बेघर और बेसहारा लोगों को राहत देने के लिए नगर निगम ने सुविधाओं का खाका खींच लिया है। शहर के प्रमुख स्थानों पर अस्थायी आश्रय गृह बनाने और अलाव स्थल चिह्नित करने के साथ ही ठंड से बचाव की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। सार्वजनिक स्थलों व लेबर अड्डों पर अस्थायी आश्रय गृह बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। नगर निगम ने लगभग 34 अस्थायी आश्रय गृह तैयार किये हैं। इनमें लोगों के रहने के लिए गरम बिस्तर, रजाई और कम्बल की व्यवस्था की जा रही है।
गृहों में न हवा प्रवेश कर सकेगी न ओस की बूंदे
ठंड बढ़ते ही अस्थायी आश्रय गृहों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इन आश्रय गृहों में न हवा का आसानी से प्रवेश हो पाएगा और न ही ओस की बूंदे अपना असर दिखा पाएंगी। नगर निगम ने अत्यधिक ठंड पड़ने की दशा में आश्रय गृह, बस और रेलवे स्टेशन, अस्पताल, प्रमुख चौराहों और लेबर अड्डों के बाहर अलाव जलाने के लिए लकड़ी खरीद ली है। शीतलहर का प्रकोप बढ़ते ही यहां अलाव जलने शुरू हो जाएंगे।
25 स्थायी शेल्टर होम में, रहेगी नि:शुल्क सुविधा
नगर निगम के 25 स्थायी शेल्टर होम में बेघर और बेसहारा लोगों के नि:शुल्क रहने की सुविधा है। शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों के साथ बस और रेलवे स्टेशन के पास आने वाले यात्रियों के लिए भी इन आश्रय गृहों में रुकने की व्यवस्था है। ये 25 स्थायी शेल्टर होम पूरे साल लोगों के रहने के लिए खुले रहते हैं। यहां रुकने वालों के लिए बेड, गद्दा, रजाई, टॉयलेट, पेयजल, रूम हीटर, नहाने के लिए गरम पानी और भोजन की भी व्यवस्था की जाती है।
कड़ाके की ठंड में 1200 स्थलों पर जलेंगे अलाव स्थल
कड़ाके की ठंड शुरू होते ही नगर निगम के अलाव स्थलों की संख्या बढ़कर लगभग 1200 तक पहुंच जाएगी। इनकी संख्या आवश्यकतानुसार घटाई बढ़ाई जा सकती है। वीआईपी इलाकों से लेकर मलिन बस्तियों, बस अड्डों के आस-पास, रेलवे स्टेशन, अस्पताल, सार्वजनिक स्थलों, प्रमुख चौराहों पर जहां लोगों की भीड़ जमा होती है वहां अलाव जलाए जाएंगे।
नगर निगम ने सार्वजनिक स्थलों व प्रमुख चौराहों के आस-पास 34 अस्थायी आश्रय गृह बनाए हैं। प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। अलाव जलाने के लिए नगर निगम ने जोनवार लकड़ी खरीद ली है। अभी आश्रय गृह, प्रमुख चौराहों, अस्पताल, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन के आस-पास अलाव जलवाने की व्यवस्था की गई है। ठंड बढ़ने के साथ अलाव जलाने के लिए स्थल भी बढ़ाए जाएंगे।
महेश वर्मा, मुख्य अभियंता सिविल, लखनऊ नगर निगम
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