KGMU में मरीजों को मिलेगी बेड पर ही कई सुविधाएं, शताब्दी फेज-1 और फेज-2 में लागू हुई व्यवस्था

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में अब एक्स-रे के लिए मरीज को एक्स-रे रूम ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डॉक्टरों के परामर्श पर मरीज का एक्स-रे पोर्टेबल मशीन के जरिए उसके बेड पर ही हो जाएगा। इससे उसे जल्द ही सटीक इलाज भी मुहैया हो सकेगा। फिलहाल इसकी शुरुआत संस्थान के शताब्दी फेज-1 और फेज-2 में कर दी गई है।

केजीएमयू प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने निरीक्षण के दौरान मरीजों को एक्स-रे के लिए ले जाते हुए देखा था। इस प्रक्रिया में मरीज और उनके तीमारदार दोनों को तकलीफ होती है। इसको देखते हुए उन्होंने पोर्टेबल मशीन के माध्यम से एक्स-रे की सुविधा शुरू करने की योजना बनाई थी। बजट से इस काम के लिए कुछ मशीन मंगाई गईं। जबकि कई मशीन पहले से ही मौजूद थीं। इनकी सहायता से मरीजों को बेड पर ही एक्स-रे की सुविधा देने की शुरुआत कर दी गई है। तीमारदार को एक्स-रे कराने से पहले शुल्क जमा करना होगा। इसके बाद बेड पर ही मरीज का एक्स-रे हो जाएगा। इससे मरीज को काफी सहूलियत रहेगी। एक्स-रे रूम से बाहर इंतजार करने के बजाय मरीज अपने बेड पर ही रहेगा। टेक्नीशियन खाली होने पर मरीज का एक्स-रे ले लेगा।

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