Bahraich News : कम स्क्रीनिंग पर मोतीपुर, चर्दा और पयागपुर अधीक्षकों को डीएम की चेतावनी

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Published By Vinay Shukla
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बहराइच, अमृत विचार। जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में तेज़ी लाने के लिए जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में विगत दिवस 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान की समीक्षा बैठक हुई। यह अभियान विगत 7 दिसंबर से 24 मार्च, 2025 तक चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य टीबी के उन्मूलन में तेज़ी लाना है। इस मुहिम में प्रभावशाली व्यक्तियों, धर्मगुरुओं और समाज के हर वर्ग को भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ ठोस कदम उठाने की रणनीति पर चर्चा की गई। 

जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सभी ब्लॉक के अधीक्षकों को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में लक्षित जनसंख्या जैसे 60 वर्ष से अधिक उम्र, मलिन बस्ती, शुगर के मरीज, धुम्रपान, तम्बाकू का उपयोग करने वाले व्यक्ति या जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो आदि की सटीक लाइन लिस्ट तैयार करें ताकि शासन द्वारा निर्धारित सूचकांक के तहत कोई भी व्यक्ति जांच से वंचित न रहे। उन्होंने जोर देकर कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की स्क्रीनिंग के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं। ऐसे मरीजों के लिए हेल्प डेस्क स्थापित कर उनकी जांच सुनिश्चित करने और जिन ब्लॉकों में एक्स-रे की सुविधा है, वहां अधिकतम जांच कराने के निर्देश दिए। तकनीशियनों की ड्यूटी को दो पालियों में बांटकर स्क्रीनिंग कर अधिक से अधिक जांच कराने पर जोर दिया गया।

डीएम मोनिका रानी ने फील्ड स्तर पर स्क्रीनिंग को बढ़ावा देने के लिए आशा, एएनएम, सीएचओ, एसटीएस और एसटीएलएस की भूमिका को अहम बताया गया। खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ग्राम प्रधान, कोटेदार और प्रधानाध्यापकों से संपर्क कर ‘‘निश्चय मित्र’’ बनवाएं, जो समुदाय के बीच जागरूकता फैलाकर अभियान में सहयोग कर सकें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार शर्मा ने बताया कि अब तक जिले के 18126 मरीजों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें डायबिटीज से ग्रसित 751, अल्कोहल सेवन से जुड़े 721, धूम्रपान करने वाले 1367 और 60 वर्ष से अधिक आयु के 2492 लोग शामिल हैं। इस प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने इसे और तेज करने पर जोर दिया।

उन्होंने मोतीपुर, चर्दा और पयागपुर ब्लॉक के अधीक्षकों को चेतावनी दी कि वे अपने क्षेत्रों में स्क्रीनिंग की गति बढ़ाएं और कार्य में सुधार करें। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों और समर्पण से बहराइच को टीबी मुक्त बनाया जा सकता है। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर एमएल वर्मा, जिला कुष्ठ रोग अधिकारी, बीडीओ पंचायत, और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।

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