मुरादाबाद : तीन फर्मों में पकड़ी कर चोरी, मौके पर जमा कराए 109 लाख रुपये
एसआईबी की टीम ने मुरादाबाद की दो व बिजनौर की मेंथा और निर्यात फर्म में की छापेमारी
मुरादाबाद, अमृत विचार। वाणिज्य कर विभाग की एसआईबी टीम ने जीएसटी कर चोरी के मामले में छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है। अपर आयुक्त ग्रेड-1 राज्य कर आरएस द्विवेदी के नेतृत्व में गुरुवार को तीन टीम गठित की गई। एसआईबी की टीम ने मुरादाबाद की दो व बिजनौर की एक फर्म में छापेमारी कर बड़े पैमाने पर कर चोरी पकड़ी। टीमों ने तीनों फर्म स्वामियों से मौके पर ही 109 लाख रुपये वाणिज्य कर के रूप जमा कराया।
गुरुवार को दो टीमों ने मुरादाबाद की मेंथा व एक्सपोर्ट फर्म में छापा मारकर कर चोरी पकड़ी। यहां 80 ड्रम मेंथा ऑयल और 65 ड्रम मेंथा क्रिस्टल मिला। दूसरी टीम ने निर्यात की एक्सपोर्ट फर्म पर छापेमारी की जहां फर्म स्वामी द्वारा टर्नओवर के सापेक्ष वाणिज्य कर बहुत कम जमा करना पाया। मंडल के जिला बिजनौर में आईटीसी कंपनी के व्यापार करने के लिए अधिकृत फर्म के खाते खंगालने पर खरीद के सापेक्ष नकद भुगतान लेकर वाणिज्य कर चोरी करने का मामला पकड़ में आया। छापेमारी की कार्रवाई के दौरान तीनों फर्म स्वामियों से टीम ने 1 करोड़ 9 लाख रुपये वाणिज्य कर के रूप में जमा कराया है।
गुरुवार को मुरादाबाद और बिजनौर स्थित फर्म के द्वारा वाणिज्य कर चोरी करने की जानकारी पर मुरादाबाद स्थित एक मेंथा और एक्सपोर्ट व्यापारी की फर्म पर एसआईबी की टीम पहुंची। जहां वाणिज्य कर चोरी के मामले की जांच में टीम ने फर्म के रिकॉर्ड खंगाला। जिसमें व्यापारियों द्वारा बोगस खरीद करते हुए आईटीसी क्लेम की जा रही है लेकिन खरीद के सापेक्ष बिक्री कम दिखाई जा रही थी। कैश के रूप में नकद धनराशि जमा किया जा रहा है। मेंथा व्यापारी के यहां जांच के दौरान 80 ड्रम मेंथा आयल और 60-65 ड्रम मेन्थॉल क्रिस्टल के रूप में मिला। जो कि कहीं रिकॉर्ड में दर्ज नहीं था। जांच के दौरान व्यापारी ने वाणिज्य कर के रूप में 30 लाख रुपये जमा किए।
वहीं मुरादाबाद में ही दूसरी टीम ने एक और एक्सपोर्ट फर्म में पहुंच कर छापेमारी की। जिसमें व्यापारी के द्वारा टर्नओवर के अनुसार कर बहुत कम जमा किया जा रहा था। वर्ष 2023-24 एवं वर्ष 2024-25 में ऐसी फर्मों से खरीद दिखाई गई है, जिसका पंजीकरण पूर्व में ही निरस्त है। फर्म स्वामी ने जांच के चलते 45 लाख रुपये मौके पर जमा किये। वहीं बिजनौर स्थित आईटीसी कंपनी के माल के लिए अधिकृत एक अन्य फर्म के डेटा भी खंगाला। जिसके नाम पर व्यापारी लगातार माल की बिक्री कर रहा था। लेकिन, परन्तु टर्नओवर बहुत कम दिखाया जा रहा था। खरीद के अनुरूप बिक्री न दिखाते हुए नकद धनराशि जमा की रही है।
इस फर्म की जांच, विशेष अनुसंधान शाखा की इकाई-बिजनौर से कराई गई। जांच के समय बड़े पैमाने पर कर चोरी पाए जाने पर व्यापारी से टीम ने वाणिज्य कर रूप में 34 लाख रुपये जमा कराए। विभागीय जांच में तीनों फर्मा द्वारा अधिक मात्रा में वाणिज्य कर चोरी करने का मामला पकड़ में आया।तीनों फर्म स्वामियों ने जांच के दौरान कुल 1.09 करोड़ की धनराशि जमा कराई है।
अपर आयुक्त ग्रेड-1 आरएएस द्विवेदी, संयुक्त आयुक्त विशेष अनुसंधान शाखा एसपी तिवारी, संयुक्त आयुक्त मिलिंद राज, संयुक्त आयुक्त प्रीति शर्मा के नेतृत्व में तीनों फर्मों पर कार्रवाई की गई। टीम में उपायुक्त एसआईबी रेंज-ए धर्मेन्द्र कुमार सचान, उपायुक्त रेंज-बी विकास बहादुर चौधरी, उपायुक्त बिजनौर पुष्पेष सिंह, सहायक आयुक्त एसआईबी रणन्जय यादव एवं अखिलेश कुमार, भानुप्रताप, अनिल शर्मा, राजकुमार, भूपेन्द्र, ओमशांति, देवेन्द्र कुमार, राज्य कर अधिकारी व अन्य अधिकारी शामिल रहे।
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