बरेली: शाहदाना वली दरगाह पर पहुंचा गागर का जुलूस
बरेली,अमृत विचार। शाहदानी वली की उर्स कोरोना के चलते बड़ी ही सादगी के साथ मनाया जा रहा है। दूसरे दिन दरगाह पर गागर को जुलूस पहुंचा। वहीं अकीदतमंद दिनभर दरगाह पर हाजिरी देकर चादर और गुलपोशी करते रहे। उर्स से शाहदाना वली के दूसरे दिन की शुरुआत के बाद नमाज ए फजर तिलावते कलाम ए …
बरेली,अमृत विचार। शाहदानी वली की उर्स कोरोना के चलते बड़ी ही सादगी के साथ मनाया जा रहा है। दूसरे दिन दरगाह पर गागर को जुलूस पहुंचा। वहीं अकीदतमंद दिनभर दरगाह पर हाजिरी देकर चादर और गुलपोशी करते रहे।
उर्स से शाहदाना वली के दूसरे दिन की शुरुआत के बाद नमाज ए फजर तिलावते कलाम ए पाक से हुई। असर की नमाज के बाद जोगी नवादा से मरहूम अब्दुल करीम व महबूब साबरी के निवास से जुलूस ए गागर दरगाह तहसीनी के सूफी रिजवान रजा खान की सरपरस्ती में अपने परंपरागत रास्तों से होता हुआ दरगाह पर पहुंचा। यहां पर सदर युसूफ इब्राहीम ने जुलूस में शामिल सभी लोगों की दस्तारबंदी की। रात में 8 बजे से तकरीर का प्रोग्राम शुरू हुआ, जिसमें उलेमा ने बुजुर्गों की जिंदगी पर रोशनी डाली। नमाजों की पाबंदी करो। इससे हर मुश्किल आसान होगी। उर्स के सारे प्रोग्राम दरगाह के मुतवल्ली अब्दुल वाजिद का नूरी की देखरेख में हुए।
इस मौके पर गफूर पहलवान, हाजी अबरार खां, जावेद खां, वसी मिर्जा शाहब बेग, परवेज खां, आसिफ सकलैनी, फरात खां ,भूरा सबरी ,जर्दब सबरी, अब्दुल सलाम, हनीफ मियां, शानू गोसी, वसी खां, हाफिज साबरी समेत अन्य लोग मौजूद रहे। मीडिया प्रभारी वसी अहमद वारसी ने बताया आज 19 नवंबर को रात 9:00 बजे से कव्वाली का प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा।
