गोंडा: पूर्व विधायक लल्ला भैया का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर 

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Published By Vishal Singh
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करनैलगंज/गोंडा, अमृत विचार: करनैलगंज विधानसभा से छह बार विधायक रहे कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया का बृहस्पतिवार शाम को निधन हो गया। उन्होंने मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी।

विधानसभा करनैलगंज से छह बार प्रतिनिधित्व करने वाले धनावा स्टेट के कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे। करीब एक वर्ष पूर्व उन्हें दिल का दौरा पड़ा था, उसके बाद से उनका इलाज चल रहा था। काफी दिनों तक वे स्वस्थ होकर अपने बरगदी आवास पर रहे। पिछले एक माह से वे अपने लखनऊ आवास पर रह रहे थे। दो दिन पहले उन्हें अस्वस्थ होने पर लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था। 

बृहस्पतिवार शाम को 5:30 बजे उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। उनके निधन की सूचना जब करनैलगंज क्षेत्र में आई तो पूरे विधानसभा क्षेत्र में लोगों के बीच चर्चा फैल गई और हर कोई लल्ला भैया के निधन से दुखी दिखाई दे रहा था। क्योंकि लल्ला भैया हमेशा जिले की राजनीति में आगे रहते थे और करनैलगंज ब्लॉक प्रमुख पद अधिकांश समय तक उनके परिवार में ही बना रहा। उन्हें अधिकांश राजनेता अपना गुरु मानते थे और यह कहा जाता था की लल्ला भैया वह शख्स है जो अपनी विधानसभा क्षेत्र में किसी को भी चुनाव जितवा सकते हैं। अपनी दबंगई और राजसी कार्यप्रणाली के लिए जाने जाते रहे। तमाम बड़े राजनेताओं के साथ उनके संबंध रहे। पिछले विधानसभा चुनाव में वे अस्वस्थ होने के साथ ही भाजपा से टिकट न मिलने पर चुनाव मैदान में नहीं आए। उन्होंने किसी भी दल या प्रत्याशी का समर्थन भी नहीं किया। बल्कि भाजपा, बसपा, कांग्रेस सहित सपा में भी मजबूत पकड़ रहती थी। उनके निधन पर देवेंद्र प्रताप सिंह, आशीष गिरि, मोहित पाण्डेय, कन्हैया लाल वर्मा, अर्चित पाण्डेय, राहुल सिंह, दिनेश सिंह सहित तमाम लोगों ने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया है।

कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया (62)बरगदी तालुका के कुंवर मदनमोहन सिंह के पुत्र थे। वर्ष 1989 में वह पहली बार करनैलगंज विधानसभा से निर्दलीय विधायक बने। इसके पूर्व वह 1991, 1993, 1996 में भाजपा से विधायक बने। 2007 में वह कांग्रेस से विधायक बने लेकिन डेढ़ साल बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और 2009 में अपनी बहन कुंवरि बृज सिंह को अपनी सीट पर बसपा से चुनाव लड़ाया और जीत दर्ज की। वह पांच बार विधायक रहे। उनकी पत्नी ममता सिंह भी ब्लाक प्रमुख रहीं। उनके दो पुत्र हैं।

उनके पुत्र वेंकटेश मोहन सिंह और शारदेन मोहन सिंह ने बताया कि शुक्रवार को कटरा शहबाजपुर मेला बगिया में अंतिम संस्कार होगा। लल्ला भैया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेहद करीबी रहे। उनकी गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती रही।

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