UCC in Uttarakhand: यूसीसी को लेकर बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने जताई चिंता, 'शरीयत का उल्लंघन नहीं सहेंगे'

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

बरेली, अमृत विचार। उत्तराखंड में आज से यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू किया जा रहा है, जिस पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमान हमेशा संविधान और कानून का पालन करते हैं, लेकिन यदि यूसीसी में शरीयत के खिलाफ कोई प्रावधान होता है, तो मुसलमान उसे नहीं मानेगा।

मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि यूसीसी का उद्देश्य समाज में समानता लाना है, लेकिन यदि इसमें कोई भी ऐसा नियम है जो शरीयत के खिलाफ हो, तो मुसलमान उसे स्वीकार नहीं करेंगे और न ही उस पर किसी प्रकार की बाध्यता स्वीकार की जाएगी।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यूसीसी में जो भी कानून बनाए जाएं, वे शरीयत के खिलाफ नहीं होने चाहिए। यदि ऐसा होता है, तो मुस्लिम समुदाय इसका विरोध करेगा। उन्होंने सरकार से अपील की कि यूसीसी के अंतर्गत कोई भी कानून मुसलमानों के धार्मिक अधिकारों के खिलाफ न हो।

मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि इस मुद्दे पर मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और उनके धर्म के अनुसार जीवन जीने की स्वतंत्रता को बनाए रखा जाना चाहिए।

यह भी पढ़ें- Bareilly: एंबुलेंस में अचानक लगी आग, मची अफरा-तफरी, मरीज को लेकर जा रही थी मेरठ

संबंधित समाचार