कानपुर में चमड़ा उद्योग के कारोबारियों को सरकार से बड़ी उम्मीद, कहा ये...
कानपुर, अमृत विचार। चमड़ा क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों को बजट में उद्योग के विस्तार के लिए बड़े पैकेज की उम्मीद है। चमड़ा क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों ने 6 हजार करोड़ के पैकेज की मांग की है। इस पैकेज से चमड़ा उद्योग में डिजाइन, मूलभूत ढांचा, अत्याधुनिक मशीनों व प्रशिक्षण सहित अन्य सेक्टर पर काम हो सकेगा। इसके अलावा उद्यमियों ने सीमा शुल्क पर भी अपने सुझाव सरकार को भेजे हैं।
बजट को लेकर उद्यमियों ने बताया कि पूर्व में चमड़ा उद्योग को बढ़ाने के लिए एक विशेष पैकेज की मांग उन लोगों की ओर से हुई थी। इस पैकेज से इस तरह से मूलभूत ढांचा को अत्याधुनिक और सुविधा जनक बनाने की योजना है। इससे देशभर में चमड़ा उत्पादों के निर्यात और देश के कारोबार में बढोतरी हो सकेगी।
उद्यमियों ने यह भी कहा कि इस बार सरकार के बजट से इंपोर्ट ड्यूटी को खत्म करने और क्रश लेदर की एक्सपोर्ट ड्यूटी को भी समाप्त किए जाने की मांग की गई है। यदि बजट में सरकार इस तरह के प्रावधान करती है तो इससे निर्यात बाजार को बेहतरी मिलेगी।
हम बजट से काफी उम्मीद लगाए हैं। खासतौर पर चमड़ा उद्योग और निर्यात को बढ़ावा दिए जाने के लिए सीमा शुल्क में ऐसे संशोधन की उम्मीद है जिसकी लंबे समय से मांग कर रहे हैं। विदेशी बड़ी कंपनियों से विश्वस्तर पर मुकाबला करने के लिए बजट में आयात और निर्यात से जुड़े सीमा शुल्क में संशोधन बेहद जरूरी है। चमड़ा इकाइयां इस समय संघर्ष के दौर से गुजर रही हैं। - मुख्तारुल अमीन, पूर्व चेयरमैन सीएलई
सरकार से हम लोगों ने देश के चमड़ा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विशेष पैकेज की मांग की है। उम्मीद है कि इस बजट में मांग पूरी हो सकेगी। इस पैकेज के मिलने के बाद पूरे देश में चमड़ा उद्योग को बल मिल सकेगा। कई समस्याएं हैं जो हम लोगों की ओर से मांगे गए पैकेज से दूर हो सकेंगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यदि यदि बजट में विशेष पैकेज मिलता है तो निर्यात को बढ़ावा मिलेगा जिससे नए युवा भी इस क्षेत्र के कारोबार को आसानी से अपना सकेंगे। - आरके जालान, सीएलई चेयरमैन
