लखीमपुर खीरी : बेंगलुरु ले जाई जा रही नेपाली किशोरी को सीमा पर पकड़ा

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Published By Pradeep Kumar
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एसएसबी ने युवती को नेपाली एनजीओ और युवक को नेपाल पुलिस को सौंपा

पलियाकलां, अमृत विचार। भारत-नेपाल सीमा पर गौरीफंटा चेकपोस्ट पर एसएसबी 39 वीं वाहिनी के जवानों ने संदिग्ध युवक और किशोरी को पकड़ा। एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट बिशन दास का कहना है कि युवक उसे बहला- फुसलाकर नौकरी दिलाने की बात कहकर बेंगलुरु लिए जा रहा था। दोनों के बयान बाद नेपाली किशोरी को मानव तस्करी विरोधी गतिविधियों पर काम करने वाले नेपाल के एनजीओ को सौंप दिया है, जबकि युवक को नेपाली पुलिस के हवाले किया गया है।

असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी, जिसके बाद जवानों को सतर्क किया गया। जैसे ही युवक और किशोरी सीमा पर पहुंचे, उन्हें पकड़ लिया गया। पूछतांछ किए जाने पर पता चला कि दोनों नेपाल के पहाड़ी जनपद बजांग, नेपाल निवासी हैं। 16 वर्षीय सोविता सुनार है, जबकि उसे बहला- फुसलाकर बेंगलुरु लिए जा रहा युवक दूसरी जाति का सुशील पार्की है, जो उसके घर से कुछ दूर पर रहता है। युवक ने बताया कि लड़की को नौकरी के लिए बेंग्लुरू लेकर जा रहा है। एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट ने वाहिनी मुख्यालय को खबर दी और कमांडेंट रविंद्र कुमार राजेश्वरी के निर्देश पर पकड़े गए युवक सुशील पार्की को नेपाल पुलिस को सौंप दिया, वहीं किशोरी को नेपाल की एनजीओ-पीआरसी  के हवाले किया। हालांकि इस बीच उसके अभिभावक भी पहुंच गए थे, जिन्होंने लड़की पर नाराजगी जताई और समझाने में जुट गए।

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