हल्द्वानीः मौत से पति अंजान, हेलमेट होता तो न जाती प्रेमा की जान

Amrit Vichar Network
Published By Pawan Singh Kunwar
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हल्द्वानी, अमृत विचार : छोटी सी लापरवाही एक बार फिर जान पर भारी पड़ गई। प्रेमा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। अगर घटना के वक्त प्रेमा के सिर पर हेलमेट होता तो शायद उनकी जान न जाती। प्रेमा की मौत तो हो गई, लेकिन उनके पति रमेश को इसकी जानकारी नहीं दी गई। लोग उनके बच्चों के विदेश से लौटने का इंतजार कर रहे थे। 


 रमेश चंद्र पंत मूलरूप से गंगोलीहाट पिथौरागढ़ के रहने वाले थे। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। तीनों विदेश में रहते हैं। वह ग्रीन वैली कालोनी दमुवाढूंगा में अपनी पत्नी के साथ अकेले रहते थे। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि बीते वर्ष 10 दिसंबर को रमेश ने अपने बेटे की शादी की थी। घटना से दो दिन पहले दिनेशपुर में रिश्तेदार के बेटे की शादी थी।

दंपति स्कूटी से दिनेशपुर गए। पत्नी दिनेशपुर में रुक गई और रमेश बारात की बस से बागेश्वर शादी में चले गए। लौटे से दिनेशपुर में रिशेप्शन कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह पत्नी से साथ स्कूटी से वापस हल्द्वानी लौट रहे थे। टांडा बैरियर के पास पहुंचे तो रमेश को किसी जानवर के सामने आने का आभास हुआ और उन्हें ब्रेक मार दिया। प्रेमा सिर के पिछले हिस्से के बल तेजी से सड़क पर गिरीं और उनकी मौत हो गई। चर्चा है कि प्रेमा ने हेलमेट नहीं लगाया था। कोतवाल राजेश कुमार यादव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।