अंकित हत्याकांड : शोर मचाने पर क्लीनिक कर्मी की बदमाशों ने की थी हत्या...इस तरह से Blind Murder का हुआ खुलासा
बंद दुकान में चोरी करने पहुंचे थे पांच बदमाश, लुटेरों को देखकर क्लीनिक कर्मी मचाने लगा था शोर
Amrit Vichar, BKT / Lucknow : एक माह पूर्व बीकेटी थाना अंतर्गत सिरसा कमालपुर गांव में टीन शेड के नीचे सो रहे क्लीनिक कर्मी अंकित वर्मा (25) की कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी। बीटीएस और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान सभी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। आरोपितों ने बताया कि वह दुकान में चोरी करने की नियत से पहुंचे थे। इस दौरान अंकित उन्हें देखकर शोर मचाने लगा था। इसके बाद बदमाशों ने अंकित का गला कसकर उसकी हत्या कर दी थी और फिर उसके हाथ-पांव को बांध दिया था। शुक्रवार को पुलिस ने अंकित हत्याकांड (Blind Murder) का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
देर रात पुलिस ने आरोपितों को पकड़ा
गौरतलब है कि 10 जनवरी की सुबह बीकेटी के लखनऊ-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे सिरसा कमालपुर गांव में किराने की दुकान की टीन शेड के नीचे सो रहे क्लीनिक कर्मी अंकित वर्मा का शव मिला था। हत्या के बाद आरोपितों ने अंकित के हाथ-पांव बांध दिए थे। 15 दिनों तक पुलिस हत्यारोपितों की तलाश में इधर-उधर भटक रही थी। बीटीएस की मदद से सर्विलांस और क्राइम ब्रांच ने गुरुवार रात दुर्जनपुर कट किसान पथ के पास से गुड़म्बा थाना अंतर्गत आधारखेड़ा गांव निवासी मजदूर आकाश रावत, गुड़म्बा के बसहा गांव निवासी बावर्ची कुनाल गुप्ता और मजदूर उमेश गौतम व गुड़म्बा के मिश्रीपुर निवासी ई-रिक्शा चालक राजू नाग को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि उनका अंकित से कोई लेना देना या पुराना परिचय नहीं था। शुक्रवार को पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर हत्यारोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर था
अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी (ADCP North) जितेंद्र दुबे के मुताबिक अंकित हत्याकांड बीकेटी पुलिस की केस डायरी में ब्लाइंड मर्डर था। मामले का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस टीमें लगातार छानबीन कर रही थी। इसी बीच बीटीएस सिस्टम के सहयोग से घटना के वक्त कुछ संदिग्ध मोबाइल नेटवर्क को ट्रेस किया गया। जिसके बाद सर्विलांस टीम को लगाया गया। इसके आधार पर पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि गुड़म्बा के आधारखेड़ा गांव निवासी मजदूर संग्राम रावत ने अपने गिरोह के साथ मिलकर लखनऊ-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे कमालपुर सिरसा गांव में मौर्या जनरल स्टोर में चोरी करने के योजना बनाई थी। वर्तमान में संग्राम रावत दुष्कर्म के मामले में बाराबंकी की जिला जेल में बंद है। बताया कि योजनाबद्ध तरीके से सभी दुकान से चोरी करने पहुंचे थे। तभी उन्हें देखकर टीन शेड के नीचे सो रहा अंकित शोर मचाने लगा था। पकड़े जाने के डर आरोपितों ने अंकित की हत्या कर दी थी। संग्राम व आकाश ने अंकित को उसके ओढ़े शॉल से हाथ-पैर पीछे की ओर कर बाँध दिया था।
कई थानों में दर्ज है अपराधिक मामले
एडीसीपी (ADCP) ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित रेलवे लाइन के किनारे कमालपुर सिरसा होते हुए पैदल की भाग गए। इस मामले में अंकित की बहन अनीता वर्मा ने बीकेटी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि आकाश रावत पर लखनऊ व बाराबंकी में लूट और चोरी के तीन अपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा कुनाल गुप्ता पर बाराबंकी में दो अपराधिक मुकदमें है। जबकि संग्राम रावत पर पोक्सो एक्ट, आर्म्स एक्ट समेत लखनऊ व बाराबंकी में 8 मुकदमे दर्ज हैं।
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