Lucknow News : सवा करोड़ की जमीन के बुने जाल में फंसा 120 करोड़ ठगने वाला
प्रॉपर्टी का कारोबारी है मास्टर माइंड, दुबई में बैठे कर रहा था जमीन का सौदा
Lucknow, Amrit Vichar : एकेटीयू के बैंक खाते से 120 करोड़ ठगने का मास्टर माइंड साइबर क्राइम टीम के सवा करोड़ की जमीन के लिए बुने गये जाल में फंस गया। जमीन की रजिस्ट्री करने लखनऊ पहुंचे चांद उर्फ सनी जानसन को बुधवार को साइबर क्राइम टीम ने दबोच लिया। पूछताछ में उसने कई राज उगले। उसके गिरोह के दो सदस्य अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। जिनके लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।
120 करोड़ रुपये की ठगी करने का मास्टर माइंड चांद उर्फ सनी की तलाश पिछले वर्ष जून से चल रही थी। उसके बारे में जानकारी जुटा रही साइबर क्राइम थाने की टीम को पता चला कि वह लखनऊ में प्रॉपर्टी का कारोबार करता है। जानकारी को सत्यापित करने के बाद टीम के कुछ सदस्य जमीन खरीदने के लिए उसके प्लॉटिंग साइट और कार्यालय गये। जहां जमीन के संबंध में बातचीत की। जहां से पता चला कि चांद दुबई में है, वहां से वह सिर्फ रजिस्ट्री करने ही आता है। जानकारी होने पर जमीन खरीदने की बात की।
तीन माह से बुन रहे थे जाल
इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना बृजेश कुमार यादव के मुताबिक चांद उर्फ सनी के कर्मचारियों ने 1.25 करोड़ रुपये की जमीन दिखाई थी। जमीन पसंद आने पर कुछ रुपये भी अग्रिम जमा किये गये। बाकी रुपये रजिस्ट्री के एक दिन पहले देने की बात तय हुई। रजिस्ट्री के लिए चांद उर्फ सनी को लखनऊ बुलाया जा रहा था। इस दौरान उससे कई बार बातचीत भी हुई। वह तीन माह से लगातार टालमटोल कर रहा था। जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए लखनऊ पहुंचा। लखनऊ पहुंचते ही उसे बुधवार को दबोच लिया गया।
लंदन से संचालित हो रहा था गिरोह
चांद ने पूछताछ में बताया कि इस गिरोह के पांच मास्टर माइंड थे। मास्टर माइंड में फिल्म प्रोड्यूसर राजेश बाबू, अनुराग श्रीवास्तव, चांद उर्फ सनी जानसन, मोसाय और देसाई। मोसाय और देसाई लंदन में है। यही दोनों लंदन में बैठकर गिरोह को संचालित कर रहे थे। उनके इशारे पर ही गिरोह के सदस्यों की भूमिका तय की गई थी। दोनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत और जरूरी निर्देश देते थे। इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना बृजेश कुमार यादव के मुताबिक मोसाय और देसाई के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।
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