Kanpur: बिल के विरोध में अधिवक्ताओं ने ठप रखा काम, शताब्दी गेट से निकाला जुलूस, नारेबाजी कर कानून मंत्री का फूंका पुतला

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। अधिवक्ता अधिनियम संशोधन बिल-2025 के विरोध में शुक्रवार को कचहरी में वकीलों ने काम ठप रखा। दोपहर में शताब्दी गेट पर एकत्र हुए वकीलों ने जुलूस निकाला और नारेबाजी की। इसके बाद कानूनमंत्री का पुतला फूंका और कलक्ट्रेट पहुंच जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को जापन सौंपा।

कचहरी में अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे और शताब्दी गेट से सैकड़ों की संख्या में जुलूस निकाला। अधिवक्ता एकता जिंदाबाद, काला कानून वापस लो के नारे लगाए। बिल वापसी की मांग करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और रास्ते में कानूनमंत्री का पुतला फूंका। पुतला फूंकते समय पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई। इस पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष इंदीवर बाजपेई, महामंत्री अमित सिंह के नेतृत्व में वकीलों ने विरोध दर्ज कराया। इसके बाद पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा। 

ज्ञापन के दौरान बार अध्यक्ष ने मांग किया कि अधिवक्ता व उनके परिजनों के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट का प्रावधान किया जाए। परिषदों में निर्वाचित सदस्यों के अलावा कोई समाहित न किया जाए और उनके लोकतांत्रित स्वरूप को यथावत रखा जाए। बार एसोसिएशन महामंत्री ने कहा कि अधिवक्ताओं का 10 लाख का मेडीक्लेम किया जाए। नियम बनाने का अधिकार पूर्व में जो एडवोकेट्स एक्ट में था, उसको यथावत स्थितियों में रखा जाए। 

केंद्र सरकार की ओर से रेगुलेशन बनाने की जो बातें कही गई है, उन्हें तुरंत समाप्त किया जाए। पूर्व लॉयर्स एसोसिएशन अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने कहा कि बिल संविधान के अनुच्छेद 19 के विपरीत है। सरकार अधिवक्ताओं को कमजोर कर न्यायपालिका पर कब्जे का प्रयास कर रही है। वहीं हड़ताल से वादकारी भटकते नजर आए। ज्ञापन देने वालों में लायर्स एसोसिएशन अध्यक्ष श्याम नारायन, महामंत्री अभिषेक तिवारी, विजय शंकर रावत, शिव प्रताप सिंह चौहान, वीरेंद्र कुमार पासी, राम नवल कुशवाहा, गौरांग त्रिवेदी, पंकज दीक्षित, आकाश तिवारी, हरीशंकर यादव, अंसार अहमद खां, राकेश कुमार शुक्ला आदि रहे।

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