कानपुर का झकरकटी बस अड्डा होगा शिफ्ट: ये नई जगह की गई निर्धारित...इतने साल में हो जाएगा तैयार, जानें- सब कुछ
परिवहन निगम ने अस्थाई बस अड्डे के लिए कैंट बोर्ड से किराये पर ली जमीन
कानपुर, (जमीर सिद्दीकी)। झकरकटी बस अड्डे का पीपीपी मॉडल से आधुनिकीकरण करने के लिए तीन साल तक बसों का संचालन बंद करना पड़ेगा। इस दौरान बस अड्डा जीटी रोड पर सीओडी पुल के पास ले जाया जाएगा। राज्य सड़क परिवहन निगम कानपुर परिक्षेत्र ने यहां कैंट बोर्ड से जमीन किराये पर ली है। बस अड्डा शुरू करने के लिए भूमि समतलीकरण का काम झकरकटी बस अड्डा बनाने वाली कंपनी करेगी।
झकरकटी बस अड्डे से प्रतिदिन लगभग 1400 बसों का आवागमन होता है। बस अड्डे के आधुनिकीकरण के लिए निर्माण कंपनी को ठेका दिया जा चुका है। बस अड्डा बंद होने पर बसों के संचालन के लिए परिवहन निगम के अधिकारी बीते एक वर्ष से अस्थाई बस अड्डे के लिए भूमि की तलाश कर रहे थे।
रेलबाजार में ईदगाह के समीप, विजय नगर, नौबस्ता, जाजमऊ, चकेरी में अस्थाई बस अड्डा बनाने की संभावनाएं तलाशने के बाद अब अधिकारियों ने सीओडी पुल के पहले कैंट की जमीन पर बसों का संचालन करने की योजना को अंतिम रूप दिया है।
टाटमिल चौराहा को जाम से मिलेगी निजात
अभी टाटमिल चौराहा होकर रोडवेज की लगभग 1200 बसें झकरकटी बस अड्डा पहुंचती हैं, इस कारण टाटमिल चौराहे पर दिन-रात जाम लगा रहता है। झकरकटी बस अड्डे के बाहर सड़क पर ही सवारी उतारने और बैठाने से टाटमिल का जाम झकरकटी पुल तक पहुंच जाता है। सीओडी पुल के पास से रोडवेज बसों के संचालन से टाटमिल चौराहा जाम से मुक्त हो जाएगा।
अप्रैल में शुरू होगा काम
झकरकटी बस अड्डे का पीपीपी मॉडल के तहत आधुनिकीकरण फरवरी माह में शुरू होना था, लेकिन महाकुंभ के कारण कंपनी ने निर्माण कार्य अप्रैल से आरंभ करने की योजना बनाई है। इससे माना जा रहा है कि मार्च माह के अंत से बस अड्डा शिफ्ट होना शुरू हो जाएगा।
सीओडी पुल के पास कैंट की भूमि पर झकरकटी बस अड्डा शिफ्ट होगा। पीपीपी मॉडल से बस अड्डे का निर्माण होना है। इसके लिए झकरकटी बस अड्डा तीन साल तक बंद रहेगा। उम्मीद है कि अप्रैल से काम शुरू हो जाएगा।- पंकज तिवारी, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, झकरकटी बस अड्डा
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