Kanpur: 87 घंटे में पनकी पॉवर प्लांट में हुआ इतने लाख यूनिट बिजली का उत्पादन... अधिकारियों में रहा उत्साह का माहौल

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। कानपुर नगर व आसपास के जिलों और राज्यों को अब इस बार गर्मी के मौसम में बिजली से संबंधित समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि पनकी पॉवर प्लांट में 660 मेगावाट बिजली उत्पादन का ट्रायल सफलता पूर्वक हो गया है। यह ट्रायल 72 घंटे से अधिक समय यानी 87 घंटे तक चला, जिस दौरान पॉवर प्लांट में 666 मेगावाट का औसत भार प्राप्त हुआ। 87 घंटे चले ट्रायल के दौरान प्लांट में 580 लाख यूनिट बिजली उत्पादन हुआ, जिसे देखकर मुख्य महाप्रबंधक गोविंद कुमार मिश्र, इंजीनियरों और कंपनी के अधिकारियों के बीच उत्साह का माहौल बन गया। 
 
पनकी में छह हजार सात सौ करोड़ रुपये से पॉवर प्लांट का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जो अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। यहां पर 21 फरवरी को पहली बार 660 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए ट्रायल शुरू किया गया था, पहले दिन प्लांट में 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन हुआ था, इसके बाद अधिकारियों ने इसके सफल संचालन के लिए 72 घंटे तक ट्रायल का निर्णय लिया। मुख्य महाप्रबंधक गोविंद कुमार मिश्र ने बताया कि इकाई की तकनीकी बारीकियों व न्यूनतम तेल खपत के दृष्टिगत इकाई को पूर्ण भार 660 मेगावाट पर 72 घंटे चलाने का निर्णय लिया गया था। 
 
इकाई को अनवरत 87 घंटे संचालित कर 666 मेगावाट का औसत भार प्राप्त किया गया है। इस अवधि में 580 लाख यूनिट विद्युत का उत्पादन किया गया। कठिन परिश्रम और दृढ़ इच्छाशक्ति से ट्रायल के अंतिम चरण को सफलता पूर्वक पूरा करते हुए 25 फरवरी शाम सात बजकर 30 मिनट पर इकाई की सीओडी (कॉमर्शियल ऑपरेशन डेट) प्राप्त कर ली है। इकाई से वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। बताया कि इस परियोजना का निर्माण भारत सरकार की महारत्न कंपनी भेल द्वारा किया जा रहा है। अगस्त 2024 में ऑयल सिंक्रोनाइजेशन के बाद कोयले से सिंक्रोनाइजेशन की प्रक्रिया भी अक्टूबर 2024 में पूरी कर ली गयी है। 
 
पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन होने पर मुख्य महाप्रबंधक गोविंद कुमार मिश्र ने पनकी परियोजना व भेल के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी। वहीं, उन्होंने उत्पादन निगम के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल, प्रबंध निदेशक डॉ. रूपेश कुमार व सभी निदेशक, भेल के परियोजना निदेशक जेके सिंह व निर्माण प्रबंधक वीरेंद्र सिंह को सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।

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