कासगंज: परिजनों ने बेटी का शव रखकर की कार्रवाई की मांग, धरने पर बैठे भीम आर्मी कार्यकर्ता

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Published By Vikas Babu
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कासगंज, अमृत विचार: सिकंदरपुर वैश्य थाना क्षेत्र के गांव नगला हंसी में बड़ी बेटी को अगवा कर छोटी बेटी की हत्या के मामले में परिजनों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शव को रखकर शासन-प्रशासन से मांग की है। इस मामले में पुलिस ने अगवा लड़की को बरामद कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

परिजनों ने फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट में मुकदमा चलाए जाने, परिवार को सरकारी आवास, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के अलावा 50 लाख रुपये की सहायता दिलाए जाने की मांग की है। एसडीएम और सीओ परिजनों को देर रात तक समझाने में लगे हुए हैं, लेकिन परिवार अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है।  

सिकंदरपुर वैश्य थाना क्षेत्र के गांव नगला हंसी में शनिवार की सुबह भगवान सिंह की 15 वर्षीय बेटी मनीषा को अगवा कर नामजद तीन लोगों ने उसकी 12 वर्षीय छोटी बहन की हत्या कर दी थी। रविवार को संगम का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। भीम आर्मी पार्टी के कार्यकर्ता भी गांव में पहुंच गए और शव को रखकर कार्रवाई की मांग करने लगे।  

घटना की जानकारी मिलते ही पटियाली एसडीएम प्रदीप कुमार विमल और सीओ आर.के. पांडेय मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों और कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। परिजनों ने दोनों अधिकारियों के सामने मांग रखी कि मामले को स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए, उन्हें एक सरकारी आवास और 50 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाए तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। इसके बाद ही वे बेटी के शव का अंतिम संस्कार करेंगे।  

परिजनों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। जो भी जायज मांगें हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। अगवा बेटी को बरामद कर बबलू सहित तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। किशोरी के न्यायालय में बयान भी हो चुके हैं। आरोपियों को जेल भेजा जाएगा- आर.के. पांडेय, सीओ पटियाली।

नीला कफन बांधकर धरने पर बैठे भीम आर्मी कार्यकर्ता
इस घटना के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार शाम मृतक बेटी का पोस्टमार्टम उपरांत शव गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही पीड़ित परिवार के घर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सूचना मिलते ही भीम आर्मी पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी पहुंच गए। उन्होंने मांगें पूरी होने तक अंतिम संस्कार करने से साफ इनकार कर दिया और पीड़ित दलित परिवार को न्याय दिलाने के लिए परिवार के साथ नीला कफन बांधकर धरने पर बैठ गए।

मौके पर मौजूद आला अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन देकर शांत कराने की पूरी कोशिश की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने आसपास के थानों की फोर्स बुला ली। एक घंटे तक प्रशासन के प्रयासों के बाद परिजन और भीम आर्मी पदाधिकारी माने, जिसके बाद मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपे गए और गमगीन माहौल में मृतका का अंतिम संस्कार किया गया।  

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