राजधानी में धोखाधड़ी का खेल : प्लॉट के नाम पर महिला समेत तीन से 25.90 लाख रुपये ठगे

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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Lucknow, Amrit Vichar : गोसाईगंज और मोहनलालगंज में जमीन दिलाने का झांसा देकर तीन लोगों से 25.90 लाख रुपये हड़प लिए गए। डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल के निर्देश पर मोहनलालगंज पुलिस ने एक और गोसाईगंज पुलिस ने दो रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

रायबरेली रोड स्थित सेनानी विहार निवासी जावेद इकबाल ने बताया कि जमीन खरीदने के लिए प्रॉपर्टी डीलर वीरपाल सिंह से सम्पर्क किया था। उसने मोहनलालगंज के ग्राम कुढ़ा में जमीन दिलाने का आश्वासन दिया। मोहनलालगंज तहसील में एग्रीमेंट कर 7.70 लाख रुपये लिए, लेकिन जमीन नहीं दी। शेष रुपये लेने के बाद रजिस्ट्री की बात कहने पर भी टालमटोल करने लगा। जावेद ने पड़ताल की तो पता चला कि उक्त जमीन वीरपाल ने सितंबर 2021 में संजय दिनकर को रजिस्ट्री कर दी थी। जुलाई 2024 में जावेद ने रुपये वापस मांगे, जिस पर आरोपी गाली गलौज करने लगा। मोहनलालगंज पुलिस ने धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

सुशांत गोल्फ सिटी के बक्कास स्थित ग्राम आनंदपुर निवासी अमर सिंह ने बताया कि मां मालती को गोसाईगंज के ग्राम जहांगीरपुर में जमीन दिलाने के बदले जहांगीरपुर निवासी राम कुमार और उसके बेटे दिलीप ने करीब 12 लाख रुपये लिए थे। परिवार मौके पर पहुंचा तो लोगों ने दूसरे की जमीन बताई। जानकारी पर पता चला कि जमीन दूसरे व्यक्ति को बेची जा चुकी है। गोसाईगंज पुलिस ने रामकुमार, दिलीप और कुंवारे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

जौनपुर निवासी रानू सिंह ने बताया कि आवासीय प्लॉट के लिए रियल्टी इंवेस्टमेंट के निदेशक अंकित खरे और बलबीर सिंह से संपर्क किया था। ग्राम उमेदखेड़ा में प्लॉट के एवज में पीड़ित ने किस्तों में 6.20 लाख रुपये दिए थे। इसके बाद भी प्लॉट नहीं मिला। गोसाईगंज पुलिस ने अंकित, बलबीर सिंह, शिवकुमार, आनंद कुमार शर्मा, प्रदीप सिंह भदौरिया, रामसजीवन, विवेक और राघवेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर गोसाईगंज बृजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर 31 लाख रुपये ठगे

 राजधानी के इंदिरानगर के युवक को घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर जालसाज ने 31 लाख से अधिक रुपये ठग लिए जबकि मोतीझील के युवक को यूएसडीटी वेरीफाई का झांसा देकर करोड़ों के यूएसडीटी पार कर दिए गए। पीड़ितों ने पीड़ितों ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर साइबर थाना बृजेश कुमार यादव ने बताया कि मामलों की जांच की जा रही है।

इंदिरानगर सेक्टर -12 निवासी अजय कुमार ने बताया कि उनके मोबाइल पर कुछ दिन पहले घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का मैसेज आया था। मैसेज में दो घंटे काम की बात कही गई थी। हामी होने पर अजय को डीएलएफ बिल्डिंग इंडिया ग्रुप पर जोड़कर एक लिंक दिया गया। कुछ दिन बाद जालसाज ने पैड टास्क बताकर 18 बार में 31,65,332 रुपये जमा करा लिए। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।

विनीत खंड -6 निवासी कारोबारी नीरज अग्रवाल ने बताया कि साइबर जालसाजों ने यूकैपिटल्स कंपनी का कर्मचारी बनकर ट्रेडिंग का झांसा दिया। जालसाजों ने ट्रेडिंग करने, इंश्योरेंस, टैक्स समेत तमाम मद में 1,06,46,282 रुपये जमा कराए गए। ट्रेडिंग अकाउंट ब्लॉक होने पर उन्होंने आईएफएमआरआरसी में शिकायत की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पीड़ित ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

उधर, ऐशबाग स्थित मोतीझील कॉलोनी निवासी सत्यम मिश्र ने बताया कि वह ग्राहकों से यूएसडीटी में रुपये लेते हैं। उनके बाइनेंस एप में हजारों यूएसडीटी हैं। 10 मार्च की सुबह इंस्टाग्राम पर क्रिप्टो जाधव नाम की आईडी से मैसेज आया कि आपको एक यूएसडीटी पर बढ़ाकर रुपये मिलेंगे, लेकिन यूएसडीटी वेरिफाई होना चाहिए। इसके बाद उन्हें दो वेबसाइट की लिंक भेजी गई सत्यम ने जैसे ही बाइनेंस एप से वेरिफाई किया तो खाते से सारे यूएसडीटी निकल गए। उन यूएसडीटी की कीमत भारतीय रुपये में 1.20 करोड़ है। इसके बाद उन्हें ब्लॉक कर दिया गया।

टेलीकॉम सेक्टर में पार्टनरशिप का झांसा देकर हड़पे 17.50 लाख

टेलीकॉम सेक्टर में पार्टनरशिप का झांसा देकर जालसाज ने व्यवसायी के 17.50 लाख रुपये हड़प लिए। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के निर्देश पर चिनहट पुलिस ने दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसओ चिनहट भरत कुमार पाठक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

सतरिख रोड स्थित सिटडेल अपार्टमेंट निवासी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि नवंबर 2022 में उनकी मुलाकात विनय खंड -2 निवासी विक्रम ओझा से हुई थी। उसने बताया था कि हाल ही में जीएस टेलीसर्विसेज नाम से टेलीकॉम सेक्टर में व्यापार शुरू किया है। उसने अभिषेक को पार्टनरशिप का लालच देकर एग्रीमेंट कराया। इसके बाद कई बार में 11.90 लाख रुपये लिए। तीन माह बाद मुनाफा देना बंद कर दिया। अप्रैल 2023 में पीड़ित ने हिसाब और रुपये मांगे तो आनाकानी की।

अभिषेक ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि फर्म संतकबीर नगर निवासी किसी गगन शुक्ला के नाम पंजीकृत है। संपर्क करने पर गगन ने विक्रम से बात कर रुपये वापस करने का आश्वासन दिया। दबाव बनाने पर 17.50 लाख में 14 लाख के चेक दिए, लेकिन सभी बाउंस हो गए। इसके बाद पीड़ित ने डीसीपी पूर्वी से मुलाकात कर शिकायत की। शुरुआती जांच के बाद चिनहट पुलिस ने विक्रम और गगन के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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