सड़क पर नहीं हुआ डामर, लोनिवि कार्यालय में तालाबंदी 

Amrit Vichar Network
Published By Pawan Singh Kunwar
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हल्द्वानी, अमृत विचार। ओखलकांडा क्षेत्र में अमजड़ तल्ला-मल्ला, लोगड़ से पातिजाला की सड़कों पर 46 साल में डामरीकरण नहीं होने से गुस्साए छात्र संघ नेता ने लोनिवि कार्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने यहां तालाबंदी भी कर दी। लोनिवि के अधिकारी और कर्मचारी उन्हें मनाते रहे लेकिन वह नहीं माने। बाद में पांच दिन में डामरीकरण की डीपीआर बनाए जाने के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।


खराब सड़क जनता के लिए अब सिर दर्द बन चुकी है। ओखलकांडा में साल 1980 में एक सड़क तो बनाई गई लेकिन 46 साल  बीतने के बावजूद इसमें डामरीकरण नहीं किया गया। सड़क जर्जर हो चुकी है लेकिन विभाग की ओर से डामरीकरण नहीं कराया जा रहा है। बुधवार को गांव के पूर्व छात्र संघ कोषाध्यक्ष दीपक सिंह मेवाड़ी लोक निर्माण विभाग के हल्द्वानी कार्यालय में पहुंचे और यहां प्रदर्शन करते हुए ताला बंदी कर दी। वह सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक लोनिवि कार्यालय के बाहर बैठे रहे। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी अंदर ही बंद रहे। शाम 5 बजे लोनिवि के एक अधिकारी ने दीपक मेवाड़ी को 5 दिन के भीतर डीपीआर देने का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद ही मेवाड़ी ने ताला खोला। मेवाड़ी का कहना है विकासखंड ओखलकांडा में अमजड़ तल्ला-मल्ला, लोगड़ से पातिजाला की सड़के जर्जर हो चुकी है, अगर सड़कों पर डामरीकरण नहीं करवाया गया तो आगे फिर हम उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होगें। अधिकारी कान में रुई और आंखों में काली पट्टी डाले हुए हैं। शासन से प्रशासन तक कोई सुनने वाला नहीं है। सड़कों पर आवागमन करना भी अब मुश्किल हो गया है। कोई बड़ा हादसा हो गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। 


गुणवत्ता विहीन हो रहा डामरीकरण
हल्द्वानी। स्युड़ा कौन्ता हरीशताल मोटर मार्ग में हो रहे डामरीकरण पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि न तो सड़क पर सोलिंग की गई और न ही डामरीकरण का काम गुणवत्ता से किया जा रहा है। कलमट पर बिना सोलिंग किए डामर बिछाया जा रहा है। विभाग भी कमीशन की भेंट चढ़ गया है। पूर्व प्रधान अंजू बिष्ट, पवन सिंह, नंदी देवी सहित ग्रामीणों ने विभाग को चेतावनी दी है कि अगर गुणवत्ता पूर्वक कार्य नहीं किया गया तो ग्रामीण वासी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।