Kanpur में करोड़ों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़: नौकरी का झांसा देकर लोगों को बनाते थे शिकार, 4 गिरफ्तार
कानपुर, अमृत विचार। शहर में बैठकर विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर देशभर के सवा लाख लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले अंतर्राज्जीय गिरोह के चार शातिर सदस्यों को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। शातिर नौकरी डॉट काम से नंबर निकालकर वीडियो कॉल कर इंटरव्यू लेते थे। शातिरों में दो युवतियां और दो पुरुष शामिल हैं। पुलिस को शातिरों के पास चार बैंक खातों में करोड़ों रुपये का लेनदेन मिला है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगाने में जुटी है।
डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आब्दी और एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मूलरूप से पंजाब के अमृतसर निवासी विकास शर्मा चकेरी में रहता है। 14 फरवरी को ठगों ने दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर 26,800 रुपये उससे ठग लिए थे। पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। डीसीपी के अनुसार साइबर सेल की टीम ने ठगों ने जिस खाते में रुपये मंगाए थे उसकी डिटेल निकलवाई। खाते में मिले मोबाइल नंबर के आधार पर टीम ने चमनगंज के भनानापुरवा निवासी 26 वर्षीय अरीबा अंसारी को गिरफ्तार कर लिया।
उसकी निशानदेही पर टीम ने किदवई नगर डी ब्लॉक निवासी 45 वर्षीय कीर्ति गुप्ता उर्फ स्नेहा, चौबेपुर के बिशुनपुर निवासी 31 वर्षीय अनुराग दीक्षित उर्फ अंकुर और गाजियाबाद के अजनारा जैनेक्स निवासी 33 वर्षीय हरिओम पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। हरिओम मूलरूप से प्रतापगढ़ के डाही पट्टी का रहने वाला है। पुलिस ने चारों गिरोह के सदस्यों के पास से तीन लैपटॉप, नौ स्मार्ट फोन, 14 कीपैड मोबाइल, आठ मोबाइल सिम कार्ड, एक वाईफाई राउटर, दो बैंक पासबुक, सात डेबिट कार्ड और एक कार बरामद की है। डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए अंतर्राज्जीय गिरोह में कुल 15 सदस्य है। गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी। खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की गई है। डीसीपी के अनुसार चारों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। वहीं अन्य सदस्यों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
