वक्फ बोर्ड के कब्जे में 548 सरकारी संपत्तियां; जिले में कुल 1669 संपत्तियां वक्फ बोर्ड की बताई गई, प्रशासन सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज चुका
कानपुर, अमृत विचार। वक्फ संशोधन विधेयक से पहले ही जिला प्रशासन वक्फ जमीनों का सर्वे कराकर रिपोर्ट शासन को भेज चुका है। जिले में चारों तहसीलों में करीब 548 सरकारी संपत्तियां ऐसी हैं, जो वक्फ बोर्ड के रिकॉर्ड में दर्ज हैं। इन जमीनों पर ज्यादातर मस्जिद और कब्रिस्तान हैं। कुल संपत्तियों का जिक्र करें तो जिले में 1669 वक्फ संपत्तियां चिह्नित हैं। सदर तहसील में सुन्नी वक्फ बोर्ड की 914, शिया की 34 वक्फ संपत्तियां हैं। घाटमपुर तहसील में 189, बिल्हौर में 388, नर्वल में 144 वक्फ संपत्तियां हैं।
जिला अल्पसंख्यक विभाग दो साल से शासन के आदेशनुसार वक्फ संपत्तियों का सर्वे करा रहा था। जिसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन शासन को भेज चुका है। सर्वे में सरकार की और वक्फ बोर्ड को दान की गई जमीनों को चिह्नित किया गया। हालांकि वक्फ बोर्ड में दर्ज ज्यादातर संपत्तियों का रिकार्ड जिला अल्पसंख्यक व राजस्व विभाग के पास नहीं है।
जिले में चारों तहसीलों में चिह्नित की गई 548 सरकारी संपत्तियों का क्षेत्रफल 89 हेक्टेयर है। जिसमें सदर तहसील में 31, बिल्हौर में 387, घाटमपुर में 65, नर्वल में 64 और एक वीआईपी रोड स्थित नजूल की संपत्ति भी वक्फ बोर्ड के रिकार्ड में दर्ज है। वक्फ की कुल संपत्तियों की बात करें तो सबसे ज्यादा सुन्नी वक्फ बोर्ड की हैं। जिसमें परेड के आसपास के क्षेत्रों में, ईदगाह, मस्जिद, कब्रिस्तान, मुस्लिम यतीमखाना समेत कई संपत्तियां शामिल हैं।
सुन्नी वक्फ की संपत्तियां
नवाबगंज स्थित मस्जिद खैरात अली, नील वाली गली में एक संपत्ति, मुस्लिम यतीमखाना, परेड स्थित वक्फ मस्जिद, खलवा कब्रिस्तान, मकबरा और पार्वती बागला रोड स्थित दरगाह, फजलगंज स्थित हाता फजल हुसैन, अनवरगंज शेख अब्दुल रहीम।
शिया वक्फ की संपत्तियां
ग्वालटोली स्थित नवाब बहादुर, कर्नलगंज स्थित हादी बेगम व सरदार बेगम, ग्वालटोली सूटरगंज स्थित वक्फ हाजी मोहम्मद अली खां।
जिले में कुल 1669 वक्फ बोर्ड संपत्तियां हैं। जिसमें 548 संपत्तियां सरकारी हैं। वक्फ बोर्ड कानून संशोधन को देखते आगे की कार्रवाई शासन के निर्देश पर होगी।- पवन कुमार सिंह, वक्फ सहायक आयुक्त
