वक्फ कानून के खिलाफ जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामा, 'काला कानून वापस लो’ के लगाए नारे

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मंगलवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा करने के लिए दिए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव को अनुमति न मिलने के बाद नेशनल कांफ्रेंस (नेकां), कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सदस्यों ने सदन में हंगामा किया जिसके चलते कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। 

यह लगातार दूसरा दिन है जब सत्ता पक्ष की ओर से सदन की कार्यवाही को सुचारु रूप से नहीं चलने दिया गया। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, नेशनल कांफ्रेंस के सदस्य सलमान सागर और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सदस्य सज्जाद गनी लोन के नेतृत्व में विधेयक पर चर्चा के लिए नियत कामकाज को स्थगित करने की मांग उठाई गई। 

विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील की, लेकिन नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी और कई निर्दलीय विधायक अध्यक्ष के आसन के समक्ष आ गए और ‘काला कानून वापस लो’ के नारे लगाए। हंगामे के बीच पीडीपी के विधायक वहीद पारा ने कहा कि वह सदन में एक प्रस्ताव लाना चाहते हैं। 

अध्यक्ष ने इसे अस्वीकार कर दिया और उन्हें अपनी सीट पर लौटने को कहा। जब वहीद पारा अध्यक्ष के आसान के पास आने का प्रयास करने लगे तब विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उन्हें मार्शल द्वारा सदन से बाहर कर दिया गया। नेकां, कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों सहित कुल नौ सदस्यों ने सोमवार को भी अध्यक्ष को नियत कामकाज स्थगित कर वक्फ विधेयक पर चर्चा कराने के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया था। सोमवार को भी दो बार स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। 

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