कासगंज: जिंदा महिला को अभिलेखों में बताया मृत...10 माह बाद भी न्याय को भटक रही वृद्धा

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Published By Pradeep Kumar
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कासगंज, अमृत विचार। गौसपुर भूपाल गढ़ी की एक विधवा एवं जिन्दा महिला को मृत घोषित कर उसे सभी जनकल्याणकारी लाभों से वंचित कर दिया। सभी साक्ष्य और सबूत विधवा महिला के पक्ष में हैं, फिर भी जांच दर जांच का खेल-खेला जा रहा है। तीन बार जांच के उपरान्त नतीजा ढाक के तीन पात रहा। अब अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक के हस्तक्षेप से जांच क्राइम ब्रांच पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

थाना ढोलना क्षेत्र के ग्राम गौसपुर भूपाल गढ़ी निवासी विधवा ग्याश्री उर्फ राजश्री पत्नी नेकसे लाल द्वारा पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रभाकर चौधरी को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि बीती 14 दिसम्बर 2022 को ग्राम पंचायत गौसपुर भूपाल गढ़ी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर विधवा महिला ग्याश्री उर्फ राजश्री पत्नी स्व. नेकसे लाल उम्र करीब 58 वर्ष को मृत घोषित कर दिया। ग्राम सभा द्वारा पारित किए गए प्रस्ताव में मृत दर्शायी गई। महिला ग्याश्री के पास पच्चीस बीघा जमीन होने का भी प्रस्ताव पास किया गया, जबकि वास्तव में ग्याश्री के पास मात्र दो बीघा ही जमीन है। पच्चीस बीघा जमीन दर्शाकर ग्राम सभा ने आर्थिक रूप से कमजोर ग्याश्री के अन्तोदय कार्ड संख्या- 220220272427 को निरस्त करवा दिया। महिला आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण केन्द्र की अन्तोदय योजना का लाभ ले रही थी।

इस खाना पूर्ति के बाद प्रधान रमनेश पत्नी दक्ष यादव एवं ग्राम पंचायत अधिकारी चन्द्रप्रकाश पुत्र सुरेन्द्र कुमार सिंह ने उक्त ग्याश्री का अन्तोदय कार्ड रद्द करा दिया, और उसके स्थान पर प्रधान एवं सचिव ने इस योजना का लाभ किसी अन्य परिवार को दे दिया। अन्तोदय योजना का लाभ बंद हो जाने से ग्याश्री के समक्ष भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया। परेशान ग्याश्री ने आलाधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन कहीं से भी पीड़िता को न्याय नहीं मिला।

पीड़ित महिला ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई। न्यायालय के आदेश पर 30 जून 2024 को थाना ढोलना में मुकदमा अपराध संख्या 161/24 भारतीय दंड़ विधान की धारा 420, 504, 506 के तहत  नौ नामजदों के विरुद्ध प्रथमिकी दर्ज की गई। इस पूरे प्रकरण का दिलचस्प पहलू यह है कि जनपद के कुछ आलाधिकारी इस प्रकरण में व्यक्तिगत रुचि ले रहे हैं। जिसके चलते इस प्रकरण की पूरी जांच इधर-उधर भटक रही है। 

बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के महिला को किया मृत घोषित
बीती 14 दिसम्बर 2022 को ग्राम पंचायत गौसपुर भूपाल गढ़ी की आहूत बैठक में जिस विधवा महिला ग्याश्री को प्रस्ताव पारित कर मृत दर्शाया गया, लेकिन इसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारी ने लगभग दो वर्ष बीत जाने के बावजूद मृत प्रमाण पत्र क्यों नहीं जारी किया। ग्राम पंचायत सचिव चन्द्रप्रकाश का यह कार्य सवाल खड़े करता है। अखिर पंचायत सचिव चन्द्र प्रकाश ने विधवा महिला को किस आधार पर मृत दर्शाया। जबकि उक्त महिला आज भी जिन्दा होते हुए मृत बनी हुई है।

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